जैसी बाइक, वैसा किराया, कम से कम 24 घंटे का चार्ज तो लगेगा ही

शहर में हर कोने में मिलती है किराए पर बाइक, स्कूटी भी उपलब्ध

जैसी बाइक, वैसा किराया, कम से कम 24 घंटे का चार्ज तो लगेगा ही

बाहर से आने वाले पर्यटकों व जरूरतमंदों को न्यूनतम किराया पर बाइक उपलब्ध करा रहे हैं।

कोटा। कोटा भी अब अन्य पर्यटन स्थलों की भांति पर्यटकों को लुभा रहा हैं। इतना ही नहीं यहां पर भी इन शहरों की तरह किराए पर बाइक की सुविधा आसानी से उपलब्ध हो रही है। ताकि देश के कोने-कोने से आने वाले पर्यटकों को ऑटोरिक्शा के चक्कर में नहीं पड़ना पड़े। इतना ही नहीं बाइक पर राइडिंग करने से अपने मनमर्जी के मुताबिक शहर में घूमने की आजादी होती है। ट्रॉफिक में खड़े रहने की झंझट नहीं और ना ही ऑटो वाले से जिकजिक। हां, यह जरूर है कि कम से कम बाइक 24 घंटे के लिए ही किराया पर उपलब्ध होती है। मगर इसके लिए आपको कोई मोटी रकम भी सिक्योरिटी के नाम पर नहीं रखनी होती है। 

एक बाइक का न्यूनतम किराया 24 घंटे का 900 रुपए
शहर में किराया पर बाइक कुन्हाड़ी, दादाबाड़ी, स्टेशन क्षेत्र सहित अनेक इलाकों में उपलब्ध है। किराया पर बाइक लेने से पहले आपको अपना आधारकार्ड, पेनकार्ड ऑरिजनल देना होता है। एक बाइक का न्यूनतम किराया 24 घंटे का 900 रुपए है। हालांकि कुछ ज्यादा है, मगर ऑटो वाले की जिकजिक और समय की बर्बादी से कम है। बाइक पर सवारी का आनंद लेते हुए आप अपनी मर्जी के मालिक होते हैं। जहां चाहा वहीं रुक गए और जितने समय तक चाहा उतने समय तक रुके रहे। बाइक की सवारी में समय की कोई पाबंद नहीं रहती है। वहीं अगर आपने ऑटोरिक्शा किराए पर ले रखा है तो पहली बात तो सिंघल आदमी के लिए ऑटोरिक्शा बहुत ही महंगा पड़ता है। वहीं जगह-जगह ट्रॉफिक में फंसने से आधा समय तो यूं ही बर्बाद हो जाता है। ऐसे में एक दिन में यदि कोई घूमकर वापस जाना चाहे तो पूरा शहर तो दूर की बात एक-दो स्थान पर ही घूम पाता है। इसके विपरीत यदि आपके पास बाइक है तो आप अपनी मनमर्जी से आसान रास्तों से होते हुए पर्यटन स्थल तक पहुंच जाते हैं। वहीं दिनभर घूमने के बाद या गर्मी से बचने के लिए दिन में आराम करने के बाद रात के समय में घूमने के लिए निकल सकते हैं। बाइक होने के कारण आपको समय की भी पाबंदी नहीं होती है।

शहर में 2017 से उपलब्ध है किराया पर बाइक
कोटा शहर में वर्ष 2017 से ही किराया पर बाइक उपलब्ध कराने की सुविधा है। यहां पर दादाबाड़ी, कुन्हाड़ी, स्टेशन क्षेत्र सहित अनेक स्थानों पर बाहर से आने वाले पर्यटकों व शहर के लोगों को किराया पर बाइक उपलब्ध कराई जा रही है। इस सेवा में कई संस्थान लगे हुए हैं। जिनके अपने वाहन है और बाहर से आने वाले पर्यटकों व जरूरतमंदों को न्यूनतम किराया पर बाइक उपलब्ध करा रहे हैं। इतना ही नहीं इनके पास सभी तरह की बाइक व स्कूटी है। पर्यटक अपनी पसंद से बाइक किराए पर ले जा सकता है। महंगी बाइक का किराया भी उसी के अनुसार लिया जाता है। जबकि सस्ती बाइक का किराया न्यूनतम 24 घंटे का 900 रुपए तो है ही। इसके अलावा अगर कम समय में अर्थात 6 या 9 घंटे में लौटा दी जाती है तो किराया आधा ही लिया जाता है। 

इनका कहना है
पिछले छह साल से कर रहे हैं काम 
 हमने लोगों को किराया पर बाइक उपलब्ध कराने का काम छह साल पहले शुरू किया था। प्रतिदिन हमारे यहां से 5 से 6 बाइक किराया पर जाती है। कभी-कभी ज्यादा भी हो जाती है। कुन्हाड़ी क्षेत्र में शहर के लोगों के अलावा बाहर से आने वाले पर्यटकों को आसानी से बाइक उपलब्ध कराई जाती है। हमारे यहां पर सभी तरह की बाइक उपलब्ध है। सबसे सस्ती बाइक का किराया 24 घंटे का 900 रुपए है।
- भूपेन्द्रसिंह, खाटूश्याम बाइक रेंट, कोटा

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पल्सर से लेकर रॉयल इनफील्ड तक है 
 दादाबाड़ी क्षेत्र में कोचिंग संस्थान के छात्र ज्यादा रहते हैं। ऐसे में इनके परिजनों का आना-जाना लगा रहता है। उनको सुविधा उपलब्ध कराने के लिए यह कार्य वर्ष 2017 में शुरू किया था। तब से लेकर अब तक रोजाना 10 से 12 बाइक किराए पर दे रहे हैं। हमारे पास पल्सर से लेकर रॉयल इनफील्ड तक सभी तरह की बाइक है। पर्यटक को जैसी बाइक पसंद आती है, लेकर जाता है। उसका किराया उसी के अनुसार लगता है।
- दिनेश शर्मा, व्हील्स ऑन डिल्स, कोटा

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