अपशब्दों के लिए धारीवाल में सदन में मांगी माफी, स्पीकर ने दो दिन तक सदन की कार्यवाही में भाग लेने पर लगाया बैन

अपशब्दों के लिए धारीवाल में सदन में मांगी माफी, स्पीकर ने दो दिन तक सदन की कार्यवाही में भाग लेने पर लगाया बैन

कांग्रेस विधायक शांति धारीवाल ने अपशब्दों को लेकर मंगलवार को सदन में माफी मांगी।

जयपुर। कांग्रेस विधायक शांति धारीवाल ने अपशब्दों को लेकर मंगलवार को सदन में माफी मांगी। धारीवाल की ओर से बोले गए अपशब्दों पर व्यवस्था देते हुए अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने धारीवाल के दो दिन तक सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेने की सजा सुनाई है। साथ ही भविष्य के लिए चेतावनी देते हुए कहा कि अब इस तरह का अगर कोई भी व्यवहार किया गया तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।

सदन में शून्यकाल के बाद भाजपा विधायक श्रीचंद कृपलानी ने शांति धारीवाल का मुद्दा उठाते हुए कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक ने जिस तरह से यूडीएच की मांगों पर चर्चा बके दौरान जिन शब्दों का उपयोग किया, वह माफी लायक नहीं है। उन्होंने जानबूझकर सदन में ऐसे शब्द बोले, इससे सदन की गरिमा तार तार हुई है, उन पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए।

कांग्रेस विधायक राजेंद्र पारीक ने कहा कि धारीवाल ने जानबूझकर ऐसे शब्दों का उपयोग नहीं किया, उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं था, ऐसे में उनसे गलती से ऐसे शब्द निकल गए, जिन्हें कार्यवाही से विलोपित भी कर दिया गया और उसके लिए हम निंदा करते हैं। कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि सदन की गरिमा सभी के आचरण से संभव है, हमें पक्ष विपक्ष को मिलकर जनता के मुद्दों पर चर्चा करनी चाहिए, जिस दौरान धारीवाल जी ने जो शब्द बोले वे गलती से उनके मुंह से निकल गए, जबकि आसन पर सभापति बैठे थे, उन्होंने भी इस पर ध्यान नहीं दिया, इससे लगता है कि उनकी कोई दुर्भावना नहीं थी।

संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि सदन में की जाने वाली टिप्पणी से ही सदस्य की पहचान होती है, माननीय कांग्रेस के वरिष्ठ सदस्य 15 विधानसभा में भी इस तरह के शब्दों का उपयोग कर चुके हैं, ऐसे में भी माफी लायक नहीं है उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए।

Read More आप ने भाजपा को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने की दी चुनौती, संजय सिंह ने कहा - बिधूड़ी नहीं तो कौन होगा जनता का मुख्यमंत्री

सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने कहा कि सदन में ऐसे शब्द बोलने से पहले सोचना चाहिए, यह पहली बार नहीं है, इससे पहले भी माननीय सदस्य इस तरह के शब्दों का उपयोग कर चुके हैं।

Read More वेटरन्स डे पूर्व सैनिकों और परिजनों के राष्ट्र समर्पण  के प्रति कृतज्ञता पर्व : बागड़े

भाजपा विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि मैं आसन पर मौजूद था, जब धारीवाल जी के लिए 20 मिनट का समय था, 30 मिनट तक वे बोल चुके थे, फिर मैंने उन्हें बैठने के लिए कहा तो उन्होंने इस तरह के शब्दों का उपयोग किया, लेकिन मैंने उस पर ध्यान नहीं दिया, मैं जब घर जाकर टीवी पर देखा तब मुझे पता चला कि उन्होंने इस तरह के शब्दों का उपयोग किया है। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि धारीवाल जी की ऐसी कोई मनसा नहीं थी कि सदन में इस तरह के सदुपयोग किए जाएं, उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं था इसलिए उनसे ऐसे शब्दों से निकल गए। शांति धारीवाल ने सदन से माफी मांगते हुए  कहा कि मैं 40 साल से लोकसभा और विधानसभा में जनता द्वारा भेजा हुआ जनप्रतिनिधि हूं, मैं सदन और आसान दोनों को सर्वोच्च मानता हूं, आसान को अपमान करने का मेरा कोई इंटरेक्शन नहीं था, आसन पर मौजूद संदीप शर्मा मेरे बेटे के दोस्त के दोस्त हैं, उनके साथ मेरी हंसी मजाक होती रहती है, अगर संदीप जी को बुरा लगा हो तो मैं एक नहीं 10 बार माफी मांगने के लिए तैयार हूं, मैंने सिर्फ मजाक में कहा था। अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने मामले में व्यवस्था देते हुए कहा कि सदन की मर्यादा बनाकर सभी को रखनी है, अनुशासन सदन में सभी का होना चाहिए, लेकिन जिस तरह के उस दिन जिन शब्दों का उपयोग किया गया, वह शर्मनाक और निंदनीय है, इससे सदन की गरिमा तार तार हुई है। सभी की भावनाओं को देखते हुए मैं अंतिम बार चेतावनी देता हूं कि आगे से अगर इस तरह का किया गया तो उसे कठोर सजा दी जाएगी। साथ ही धारीवाल दो दिन आज और कल सदन  की कार्रवाई में हिस्सा नहीं ले सकेंगे, सदन में आने की उनको छूट रहेगी। इसके बाद मामला शांत हुआ और विधानसभा सुचारू रूप से चला।

Read More भजनलाल ने पतंग उड़ाकर कर्मशील एवं दानशील बनने का दिया संदेश

Post Comment

Comment List