हम सत्ताधारियों का जुल्म सहकर यहां तक पहुंचे: पीएम मोदी

सबसे पहले सदस्यता लेकर अभियान की शुरुआत की

हम सत्ताधारियों का जुल्म सहकर यहां तक पहुंचे: पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरे सामने जो अभी 18 से 25 साल की उम्र का जवान है, वह मेरे 2047 के सपने को पूरा करने के लिए शक्ति का सबसे बड़ा स्रोत है।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को भाजपा के ‘संगठन पर्व, सदस्यता अभियान 2024’ की शुरुआत पर कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं के लिए कहा जाता था कि उसका एक पैर रेल में और दूसरा जेल में होता है। हम सत्ताधारियों का जुल्म सहकर यहां तक पहुंचे हैं।  मोदी ने सोमवार को भाजपा मुख्यालय में सबसे पहले पार्टी की सदस्यता लेकर भाजपा के ‘संगठन पर्व, सदस्यता अभियान 2024’ की शुरुआत की। इसके बाद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत भाजपा के तमाम बड़े नेताओं ने फिर से पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।  

हमने देश में नई राजनीतिक संस्कृति लाने का प्रयास किया 
इस अवसर पर मोदी ने कहा कि आज सदस्यता अभियान का एक और दौर प्रारंभ हो रहा है। भारतीय जनसंघ से लेकर अब तक हमने देश में एक नई राजनीतिक संस्कृति लाने का भरसक प्रयास किया है। उन्होंने विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए कहा कि जब तक जिस संगठन के माध्यम से या जिस राजनीतिक दल के माध्यम से देश की जनता सत्ता सुपुर्द करती है, वो ईकाई, संगठन और वो दल, अगर लोकतांत्रिक मूल्यों को नहीं जीता है, आंतरिक लोकतंत्र निरंतर उसमें पनपता नहीं है, तो वैसी स्थिति बनती है, जो आज देश में कई दलों को हम देख रहे हैं। भाजपा एक मात्र दल है, जो अपनी पार्टी के संविधान के अनुसार अक्षरश: लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का पालन करते हुए अपने कार्य का विस्तार कर रहा है और जन-सामान्य की आशा, आकांक्षाओं पर खरा उतरने के लिए अपने आप को निरंतर योग्य बनाते रहता है।

तब अन्य दल उड़ाते थे जनसंघ का मजाक
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं जब राजनीति में नहीं था, तो जनसंघ के जमाने में बढ़े उत्साह के साथ कार्यकर्ता दीवारों पर दीपक पेंट करते थे, तो कई राजनीतिक दल के नेता अपने भाषणों में मजाक उड़ाते थे कि दीवारों पर दीपक पेंट करने से सत्ता के गलियारों तक नहीं पहुंचा जा सकता है। हम वो लोग हैं, जिन्होंने श्रद्धा से दीवारों पर कमल पेंट किया, क्योंकि विश्वास था कि दीवारों पर पेंट किया कमल कभी न कभी तो दिलों पर भी पेंट हो जाएगा।

हम वो खाद-पानी हैं, जो देशवासियों के सपनों को सींचा करते हैं
प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरे सामने जो अभी 18 से 25 साल की उम्र का जवान है, वह मेरे 2047 के सपने को पूरा करने के लिए शक्ति का सबसे बड़ा स्रोत है। इसलिए युवाओं को विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने के लिए जोड़ना है, नेशन फर्स्ट के विचार से जोड़ना है। हम सिर्फ चुनावी मशीन नहीं हैं। हम वो खाद-पानी हैं, जो देशवासियों के सपनों को सींचा करते हैं। हम वो खाद-पानी हैं जो अपने आप को खपा कर देश के सपनों को संकल्प और संकल्प को सिद्धि तक ले जाने की यात्रा में अपने आप को डूबो देते हैं।

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