कागजों में ही बन रही सड़क, 100 गांवों की जनता भुगत रही खामियाजा
सड़क पर गड्ढों की वजह से आए दिन हो रहे हादसे
खराब सड़कों की स्थिति को देखकर लोगों को दुर्घटना का डर रहता है।
नमाना। नमाना कस्बे से कोटा और बूंदी को जोड़ने वाली सड़कें खस्ताहाल हो रही है। एक तरफ 29 बी स्टेट हाईवे जो की बूंदी - सिलोर-नमाना भोपतपुरा तक मेगा हाइवे की सड़क क्षतिग्रस्त है। दूसरी तरफ 29 बी स्टेट हाईवे जो की बूंदी - सिलोर-नमाना भोपतपुरा तक मेगा हाइवे की सड़क पर भी जगह-जगह गड्ढे हो रहे है। खराब सड़कों की स्थिति को देखकर लोगों को दुर्घटना का डर रहता है। इस रोड से गुजरने वाले स्कूली बच्चों, आम लोगों को दुर्घटना का डर बना रहता है। आए दिन दुर्घटनाएं हो रही है। 100 गांव का संपर्क इन सड़कों से होकर गुजरना पड़ता है। इन सड़कों पर बरसात में बड़े-बड़े गड्ढे हो चुके है। बरसात के कारण गड्ढों में कीचड़ हो चुका हैं। यह रोड अब तक सिर्फ कागजों में पास है। रोड निकलने वाले हर हर वाहन चालकों को परेशानी का सामना उठाना पड़ता है। यह नमाना कस्बे की मुख्य समस्या है इन सड़कों से गुजरने वाले राहगीर को अपनी जान जोखिम में डालकर जाना पड़ता है।
बूंदी से सिलोर -नमाना -गरड़दा भोतपुरा को जोड़ने वाली पूरी सडक बदहाल
नमाना से सिलोर, बूँदी वाया गरडदा भोपातपुरा तक सडक पूरी तरह खराब हो चुकी है। जगह जगह बड़े-बड़े गड्ढे हो चुके हैं जिसमें आने -जाने वाले वाहनों को अपनी जान जोखिम में डालकर निकालना पड़ता है। इस रोड को जोड़ने वाली सड़क पर कई पर्यटक स्थल है। बांध और नदियाँ आती है इसमें निकलने वाले वाहन चालकों को बहुत परेशानी होती है। किसान भी अपनी फसलों बेचने के लिए इन्हीं मार्ग से होकर गुजरना पड़ता है। छोटे-मोटे 12 -13 गांव इसी रोड से होकर गुजरना पड़ता है। पूर्व में भी नमाना के ग्राम वासियों ने रोड के लिए धरने प्रदर्शन किए, जाम भी लगाए। संपूर्ण कस्बा बंद रखा। अधिकारी आते हैं। आश्वासन देकर चले जाते है।
185 करोड़ बजट हो चुका है स्वीकृत
मेगा हाइवे 29 बी के लिए राज्य सरकार के बजट में 185 करोड़ का बजट स्वीकृत हो चुका है। लेकिन अब तक सड़क का काम शुरु नहीं हुआ है। इसी प्रकार नमाना कस्बे से नमाना रोड एनएच तक 52 जोड़ने वाली 9 किलोमीटर सीसी सड़क के लिए 7 करोड़ 20 लख रुपए स्वीकृत हुए हो चुका है। इस सड़क का काम भी अटका हुआ है।
सड़कों की खराब स्थितियों को देखते हुए हमने कई बार ग्राम पंचायत के माध्यम से अधिकारी को अवगत करा चुके हैं। प्रदर्शन भी किए हैं। अधिकारी आते हैं। पेच वर्किंग करके चले जाते हैं। बाद में भारी वाहनों आजवाही से रोड खराब हो जाते हैं
- दुर्गा लाल मीणा, पूर्व सरपंच
नमाना से बूंदी आॅटो चलाता है। जगह जगह गड्ढे होने वजह से आए दिन दुर्घटना होती हैं। बूंदी जाने वाले यात्री भी परेशान होते हैं। एक दो गांव के तो व्यक्ति अपने घर का पानी भी सड़कों पर निकालते हैं जिससे कीचड़ हो जाता है। वाहन बाइक के स्लिप होकर गिरती है।
- दुर्गा लाल गुर्जर, आॅटो चालक
सड़के पुरी तरह खराब हो चुके हैं-बड़े गड्ढे होने से आने जाने वालों को दुर्घटना का शिकार होना पड़ता है रोड़ों की खराब स्थितियों को देखकर मेहमान लोग भी आने-जाने से कतराते हैं बड़ी और लोड वाहनों की वजह से बड़े-बड़े गड्ढे हो चुके हैं
-मुकेश राठौर, ग्रामीण नमाना
हमने नमाना कस्बे से नमाना रोड एनएच 52 तक बनाने के लिए प्रपोजल बनाकर भेज रखा है। जैसे स्वीकृति मिलेगी ,नया रोड का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
- राहुल बागड़ी,एईएन पीडब्ल्यूडी बूंदी
हमने 29 बी स्टेट हाईवे जो की बूंदी - सिलोर-नमाना भोपतपुरा तक मेगा हाइवे कार्य होगा। जैसे ही वन विभाग स्वीकृति अटकी हुई है उसकी स्वीकृति का लेटर मिलते ही टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी और रोड निर्माण कार्य नवंबर या दिसंबर में शुरू शुरू कर दिया जाएगा।
- मुकेश गोचर, एईएसन पीडब्ल्यूडी कोटा
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