वाहन चालक चिंता में, एक से ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर पर ही होंगे वाहन के टेस्ट

कोटा में दो फिटनेस सेंटर, दोनों ही आॅटोमेटेड नहीं, वाहन मालिक कहां जाएंगे

वाहन चालक चिंता में, एक से ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर पर ही होंगे वाहन के टेस्ट

1 अक्टूबर से आॅटोमेटेड केंद्रों पर ही वाहन का फिटनेस टेस्ट होना है दूसरी ओर कोटा में अभी तक कोई आॅटोमेटेड फिटनेस केंद्र नहीं है।

कोटा । वाहन चालकों को अब 1 अक्टूबर से अपने वाहन का फिटनेस टेस्ट स्वचालित फिटनेस स्टेशनों पर ही करवाना होगा। परिवहन विभाग की ओर से पहले यह डेडलाइन 1 जून रखी गई, बाद में इसे बढ़ाते हुए 1 अक्टूबर 2024 कर दिया था। इस व्यवस्था के बाद वाहन मालिक अब सामान्य फिटनेस टेस्ट केंद्रों पर टेस्ट नहीं करा सकेंगे, साथ ही फिटनेस टेस्ट में दलालों की दखलंदाजी भी खत्म होगी। लेकिन कोटा में अभी तक भी आॅटोमैटिक फिटनेस टेस्ट सेंटर नहीं है। ऐसे में 1 अक्टूबर के बाद इस नियम की पालना कैसे होगी यह सबसे बड़ा सवाल बन रहा है।

कोटा में दो फिटनेस सेंटरपर ऑटोमेटेड नहीं
केंद्रीय परिवहन विभाग के पोर्टल के अनुसार राजस्थान में केवल दो ही आॅटोमेटेड फिटनेस सेंटर हैं। जिनमें से एक जयपुर तो दूसरा अजमेर में स्थित है। इन दोनों ही केंद्रों पर वाहन का फिटनेस टेस्ट पूरी तरह से आॅटोमैटिक होता है। वहीं बात करें कोटा की तो जिले में दो फिटनेस केंद्र हैं, दोनों ही अनंतपुरा में भामाशाह मंडी के पास स्थित हैं। केंद्रीय परिवहन विभाग के अनुसार सभी परिवहन कार्यालयों के तहत मौजूदा फिटनेस स्टेशन को 1 अप्रैल 2024 तक आॅटोमैटिक में अपग्रेड करना था। लेकिन कोटा में मौजूद केंद्र अभी तक अपग्रेड नहीं हो सके हैं। ऐसे में निश्चित है कि इन फिटनेस केंद्रों को परिवहन विभाग की ओर से अनफिट घोषित कर फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करने से रोक दिया जाएगा। 

भारी माल वाहनों को 8 तो निजी में 10 साल में जरूरी
परिवहन विभाग की ओर से जारी गाइडलाइन में कमर्शियल भारी माल वाहन को हर 8 साल बाद फिटनेस टेस्ट कराना जरूरी है। वहीं निजी वाहनों में यह सीमा पेट्रोल वाहन के लिए 10 साल है। कमर्शियल भारी माल वाहन में फिटनेस की अवधि एक बार दो साल और दूसरी बार में 1 साल ही बढ़ाने का प्रावधान दिया गया है। वही निजी वाहनों में एक बार तीन साल और दूसरी बार में 1 साल बढ़ाने का प्रावधान है। 

फिटनेस टेस्ट कराने में होगी समस्या
पिछले साल जारी इस गाइडलाइन में 1 अक्टूबर से आॅटोमेटेड केंद्रों पर ही वाहन का फिटनेस टेस्ट होना है दूसरी ओर कोटा में अभी तक कोई आॅटोमेटेड फिटनेस केंद्र नहीं है। ऐसे में 1 अक्टूबर के बाद फिटनेस टेस्ट कराने के लिए लोगों को समस्या होना निश्चित है। वाहन मालिकों का कहना है कि टेस्ट शुरू करने से पहले जिले में आॅटोमेटेड फिटनेस केंद्र स्थापित करना चाहिए ताकि लोगों को किसी प्रकार की कोई समस्या न हो। अभी टेस्ट स्टेशन केवल जयपुर और अजमेर में हैं, वहां तक कोई नही जा सकता है।

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इनका कहना है
सरकार की ओर गाइडलाइन के अनुसार 1 अक्टूबर से आॅटोमेटेड फिटनेस केंद्र पर ही टेस्ट होगा। कोटा में इसके लिए आवेदन मांगे हैं साथ ही फिटनेस सेंटर को अपग्रेड के लिए बोला है। आगे कोई आदेश आने के बाद ही कुछ कह पाएंगे।
-दिनेश सिंह सागर, आरटीओ, कोटा

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सरकार की ओर से वाहनों का फिटनेस टेस्ट आॅटोमेटेड फिटनेस केंद्रों पर अनिवार्य किया जा रहा है। लेकिन कोटा में एक भी आॅटोमेटेड फिटनेस केंद्र नहीं ऐसे में समझ नहीं आ रहा वाहन का फिटनेस टेस्ट कहां कराएंगे। सरकार को कोटा में पहले आॅटोमेटेड फिटनेस केंद्र चालू करना चाहिए।
-दीपक कुलजीत, नयापुरा

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मेरी कार को 10 साल हो गए हैं इसके लिए कुछ समय बाद फिटनेस टेस्ट कराना जरूरी होगा। कोटा में एक भी आॅटोमेटेड फिटनेस सेंटर नहीं है। ऐसे में सरकार की ओर मौजूदा फिटनेस सेंटर को बंद करने के बाद कहां टेस्ट कराने की समस्या होगी।
-प्रदीप नागर, कालातलाब

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