राजस्थान ने तीन बार सीनियर राष्ट्रीय फुटबाल की मेजबानी की, 3 बार सीनियर और कुल 11 बार बनी नेशनल चैंपियन

राजस्थान ने तीन बार सीनियर राष्ट्रीय फुटबाल की मेजबानी की, 3 बार सीनियर और कुल 11 बार बनी नेशनल चैंपियन

पुरुष और महिला फुटबाल के विलय से पहले महिला फुटबाल में राजस्थान का इतिहास स्वर्णिम रहा

जयपुर। राजस्थान फुटबाल संघ पहली बार सीनियर राष्ट्रीय महिला फुटबाल मुकाबलों की मेजबानी कर रहा है। ये आयोजन 6 से 17 अक्टूबर तक यहां विद्याधर नगर स्टेडियम में बने नए फुटबाल ग्राउण्ड पर होगा। बेशक देश में 1995 में पुरुष और महिला फुटबाल महासंघों के विलय के बाद यह पहला मौका है, जब भारतीय फुटबाल महासंघ ने सीनियर नेशनल के मैचों की मेजबानी राजस्थान फुटबाल संघ को सौंपी है। लेकिन दोनों संगठनों के विलय से पहले राजस्थान की महिला फुटबाल का स्वर्णिम इतिहास रहा है।

राजस्थान ने केवल सीनियर राष्ट्रीय महिला फुटबाल की मेजबानी की है, बल्कि राजस्थान टीम तीन बार सीनियर राष्ट्रीय महिला फुटबाल की चैंपियन भी बनी है। पूर्व अंतरराष्ट्रीय फुटबाल खिलाड़ी और वर्तमान में राजस्थान खेल परिषद में फुटबाल कोच मीनू सोलंकी के अनुसार राजस्थान में 1989-90 में हनुमानगढ़, 1993-94 में कोटा और 1994-95 में रायसिंहनगर (गंगानगर) में राष्ट्रीय सीनियर फुटबाल की मेजबानी की। मीनू ने बताया कि राजस्थान टीम 1992-93, 93-94 और 1994-95 में लगातार तीन बार सीनियर नेशनल में चैंपियन बनी। इसके अलावा 1990-91 और 1991-92 में राजस्थान टीम उपविजेता और 1989-90 में तीसरे स्थान पर रही थी।

मीनू सोलंकी रही राजस्थान की लकी कप्तान
मीनू सोलंकी की अगुवाई में राजस्थान टीम ने सब जूनियर, जूनियर और सीनियर हर स्तर पर अपने परचम लहराया। राजस्थान की अधिकांश खिताबी जीत मीनू की कप्तानी में ही आई। मीनू को तब राजस्थान की लकी कप्तान माना जाता था।  

कोटा की सोलंकी बहनों का रहा दबदबा
भारतीय फुटबाल में अस्सी और नब्बे के दशक में कोटा की सोलंकी बहनों का दबदबा रहा। सोलंकी बहनों हिमांशु, मीनू, लक्की और लवली के दम पर राजस्थान टीम ने तीन बार सीनियर नेशनल, तीन बार जूनियर नेशनल और पांच बार सब जूनियर नेशनल चैंपियनशिप में चैंपियन बनी। हिमांशुए मीनू और लक्की सोलंकी ने भारतीय टीम का भी प्रतिनिधित्व किया, वहीं लवली सोलंकी भारतीय टीम  के कैंप में शामिल रहीं। हिमांशु सोलंकी (चौहान) वर्तमान में स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ गुजरात में एडमिनिस्ट्रेटर के रूप में कार्य कर रही हैं। 

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ऐसे हुई राजस्थान में शुरुआत
कोटा में 1976 में भारत और थाईलैंड की टीमों के बीच एक प्रदर्शन फुटबाल मैच का आयोजन किया गया और यहीं से राजस्थान महिला फुटबाल की नींव पड़ी। 1982 में कान सिंह सोलंकी के प्रयासों से राजस्थान महिला फुटबाल संघ का गठन हुआ। कान सिंह खुद अच्छे फुटबालर रहे और साठ के दशक में पुलिस टीम से खेले। कान सिंह की पत्नी श्रीमती सोलंकी भी राजस्थान और भारतीय फुटबाल से जुड़ी रहीं। बाद में उन्होंने अपनी चारों बेटियों को फुटबाल से जोड़ा।

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पहली बार फैजाबाद नेशनल में खेली टीम
राजस्थान महिला फुटबाल टीम ने पहली बार 1982 में फैजाबाद नेशनल चैंपियनशिप में हिस्सा लिया। हालांकि उससे पहले मैसूर नेशनल में भी भी टीम भेजी गई लेकिन तब हॉकी और हैंडबाल की खिलाड़ियों को लेकर टीम बनाई गई थी। फैजाबाद नेशनल के बाद से राजस्थान टीम हर नेशनल चैंपियनशिप में शामिल हुई। उस दौर में कप्तान इन्दु पाल, राजस्थान पुलिस की हेनरी, गोलकीपर मेलविना डेनियल और खेल परिषद से खेल अधिकारी के रूप में रिटायर हुई सरोज चौहान राजस्थान टीम में खेलीं। 

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