सवाई मानसिंह स्टेडियमः खेल मैदानों और उपकरणों की बात दूर, खिलाड़ियों के लिए पीने का स्वच्छ पानी भी नहीं

टायलेट्स की हालत बनी है बेहद दयनीय

सवाई मानसिंह स्टेडियमः खेल मैदानों और उपकरणों की बात दूर, खिलाड़ियों के लिए पीने का स्वच्छ पानी भी नहीं

स्टेडियम की मुख्य बिल्डिंग में गार्ड अन्दर नहीं जाने देते और इंडोर स्टेडियम में बने टायलेट्स पर अधिकारियों का ताला जड़ा रहता है। गार्ड इन्हें सिर्फ अधिकारियों के लिए खोलते हैं। 

जयपुर। राजधानी जयपुर के बीचों-बीच बने प्रदेश के सबसे बड़े खेल केन्द्र सवाई मानसिंह स्टेडियम में खिलाड़ियों के लिए खेल मैदान और खेल उपकरणों की उपलब्धता तो दूर, पीने के लिए स्वच्छ पानी की भी व्यवस्था नहीं है। स्टेडियम में खेल मैदानों और वॉकिंग ट्रेक पर बने टायलेट्स की हालत तो ऐसी दयनीय बनी है कि कचरे और दुर्गंध से भरे इन टायलेट्स के उपयोग के पहले उनके समीप से गुजरना भी मुश्किल काम नजर आता है।

स्टेडियम में नियमित प्रैक्टिस के लिए आने वाले खिलाड़ियों और वॉक करने वाले आम लोगों को बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। खिलाड़ियों को जरूरत पड़ने पर स्वच्छ टायलेट्स ढूंढने पड़ते हैं। स्टेडियम की मुख्य बिल्डिंग में गार्ड अन्दर नहीं जाने देते और इंडोर स्टेडियम में बने टायलेट्स पर अधिकारियों का ताला जड़ा रहता है। गार्ड इन्हें सिर्फ अधिकारियों के लिए खोलते हैं। 

नल टूटे, आरओ खराब, नीचे जमी काई
गन्दगी और दुर्गन्ध से भरे टायलेट्स में शराब की खाली बोतलें, इंजेक्शन सिरेंज और सेनेटरी नैपकिन्स इस तरह डाले हैं, जिससे टायलेट्स ही बन्द हो चुके हैं। टायलेट्स के दरवाजे टूटे हैं और वहां न एग्जास्ट फेन हैं और न ही पानी की समुचित व्यवस्था। वहीं पीने के पानी के स्थान और आरओ सिस्टम काम नहीं कर रहा और जमीन पर कीचड़ और काई जमा है।

बुजुर्ग, बीमार और महिलाओं का तो ध्यान रखो
नियमित वॉक के लिए आने वाले एक रिटायर अधिकारी ने कहा, यहां कई बुजुर्ग लोग आते हैं, जिनमें कई शुगर के पेशेंट हैं। महिला खिलाड़ी भी स्टेडियम में प्रेक्टिस के लिए आती हैं। परिषद के अधिकारी हम लोगों के बारे में भी सोचें, कितनी परेशानी होती है। स्टेडियम की खूबसूरती और स्वच्छ वातावरण में ये टायलेट्स गन्दा धब्बा सा नजर आते हैं। 

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