चौमूं, जगतपुरा और चाकसू तक मेट्रो विस्तार की तलाशी जाएंगी संभावनाएं
सीबीआई फाटक, सालिगरामपुरा फाटक पर आरओबी और इमली फाटक पर फ्लाईओवर निर्माण
आईपीडी टावर की पार्किंग समस्या के समाधान को लेकर जेडीए को विभिन्न पक्षकारों से चर्चा करने को कहा गया है।
जयपुर। सब कुछ सही रहा तो भविष्य में जयपुर मेट्रो चौमूं, जगतपुरा और चाकसू तक दौडेगी। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गत दिनों यूडीएच की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को मेट्रो विस्तार की संभावनाएं तलाशने के निर्देश दिए है, अर्थात मेट्रो का विद्याधर नगर से चौमूं तक और टोंक रोड पर सीतापुरा से आगे रिंग रोड या चाकसू तक विस्तार की योजना बनाते समय परीक्षण को कहा गया है। रिव्यू मीटिंग के मिनिट्स अब यूडीएच ने जेडीए सहित संबंधित विभाग को भेजे हैं। फिलहाल मेट्रो के सैकंड फेज का सीतापुरा से अंबाबाड़ी तक रूट प्रस्तावित है, इसे अमलीजामा पहनाने की दिशा में काम हो रहा हैं।
1100 करोड़ रुपए की एलीवेटेड रोड का प्रस्ताव ड्रॉप
अंंबेडकर सर्किल से जवाहर सर्किल तक प्रस्तावित एलीवेटेड रोड के प्रस्ताव को ड्रॉप माना जा रहा है। इसकी लागत 1100 करोड़ रुपए आंकी गई है। सीएम ने भी इस प्रोजेक्ट को फिर से रिव्यू करने को कहा है। इसके पीछे मुख्य कारण जेएलएन मार्ग के सौंन्दर्यकरण से भी जोड़कर देखा जा रहा है। इसी तरह सिरसी रोड पर प्रस्तावित एलीवेटेड रोड प्रोजेक्ट का भी रिव्यू होगा। यह झारखंड महादेव मोड से सिरसी रोड पर गौतम मार्ग पर प्रस्तावित की गई थी।
दो आरओबी, एक फ्लाईओवर
शहर में दो नए रेलवे ओवरब्रिज और नए फ्लाई ओवर निर्माण पर सहमति जताई गई है। इसमें 95 करोड़ रुपए की लागत से सीबीआई फाटक, 86 करोड़ की लागत से सालिगमरामपुरा फाटक आरओबी और 65 करोड़ की लागत से इमली फाटक पर फ्लाई ओवर निर्माण शामिल है।
मेट्रो की भूमि पर कलेक्ट्रेट का प्रस्ताव
इसके साथ ही जयपुर कलेक्ट्रेट ऑफिस को भी पुलिस मुख्यालय के पास मेट्रो की खाली भूमि पर शिफ्ट करने के लिए सामान्य प्रशासन विभाग को परीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। इसी तरह गांधी सर्किल से गांधी नगर मोड़ वाली सड़क पर अंडरपास बनाने, टोंक फाटक पुलिया के नीचे की रेलवे की भूमि को अवाप्त कर सड़क को चौड़ा करने के भी निर्देश दिए गए हैं। आईपीडी टावर की पार्किंग समस्या के समाधान को लेकर जेडीए को विभिन्न पक्षकारों से चर्चा करने को कहा गया है।
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