भीषण विमान हादसे... कभी हवा में टकरा गए दो प्लेन, तो कभी घाटी में गिरकर हुए टुकड़े-टुकड़े
अहमदाबाद से लंदन के लिए टेक ऑफ हुआ था
गुजरात के अहमदाबाद में भीषण विमान हादसा हुआ है। बताया जा रहा है कि एयर इंडिया का विमान अहमदाबाद से लंदन के लिए टेक ऑफ हुआ था और कुछ ही देर में हादसे का शिकार हो गया।
नई दिल्ली। गुजरात के अहमदाबाद में भीषण विमान हादसा हुआ है। बताया जा रहा है कि एयर इंडिया का विमान अहमदाबाद से लंदन के लिए टेक ऑफ हुआ था और कुछ ही देर में हादसे का शिकार हो गया। यदि हम इतिहास पर नजर डालें तो आजादी के बाद से ही ऐसे कई सारे विमान हादसे हुए हैं, जिसमें सैकड़ों लोगों की जान चली गई। नजर डालते हैं हाल के कुछ बड़े विमान हादसों पर जिनमें कई जानें गई।
12 नवम्बर, 1996 चरखी दादरी मिड-एयर क्रैश
12 नवम्बर, 1996 को दिल्ली के पास हरियाणा के चरखी दादरी में दो विमान हवा में ही टकरा गए थे। एक विमान सऊदी एयरलाइंस फ्लाइट 763 और दूसरा कजाकिस्तान एयरलाइंस फ्लाइट 1907 था। इस हादसे में विमान में सवार सभी 349 लोगों की मौत हो गई थी। यह इतिहास की सबसे भयावह मिड-एयर टक्कर है। यह हादसा कजाकिस्तान के पायलट की गलती की वजह से हुआ था।
7 अगस्त 2020 कोझीकोड विमान हादसा
7 अगस्त 2020 को केरल के कोझिकोड (कालीकट) में एयर इंडिया एक्सप्रेस बोइंग 737-800 विमान हादसे का शिकार हो गया था। इस दुर्घटना में 17 यात्री और क्रू मेंबर (दोनों पायलट सहित) की मौत हो गई थी और 138 लोग घायल हो गए थे। यह हदासा रनवे पर रुकने में असफल होने के कारण विमान 100 फीट गहरी घाटी में गिर गया था। इस हादसे में प्लेन के तीन टुकड़े हो गए थे। भारी बारिश और खराब दृश्यता के कारण विमान हादसे का शिकार हुआ था।
17 जुलाई 2000 पटना में भीषण विमान हादसा
बिहार की राजधानी पटना में 17 जुलाई 2000 को अलायंस एयर का बोइंग 737-2ए8 विमान हादसे का शिकार हो गया था। इस दुर्घटना में 56 यात्रियों की मौत हो गई थी। इनमें से 51 के शव विमान में मिले थे और 5 जमीन पर पाए गए थे। लैंडिंग के दौरान प्लेन सरकार की आवासीय कॉलोनी पर क्रैश हो गया था।
22 मई, 2010 मैंगलोर विमान हादसा
कर्नाटक के मैंगलोर में 22 मई 2010 को एयर इंडिया का एक्सप्रेस बोइंग 737-800 नाम का प्लेन क्रैश हो गया था। इस घटना में 158 यात्रियों की मौत हुई थी। विमान में 160 यात्री और क्रू मेंबर सवार थे। इनमें से केवल 8 बच पाए थे। हादसे की वजह खराब मौसम के कारण रनवे ओवररन बताया गया था। प्लेन एक घाटी में जाकर गिर गया था और विमान दो हिस्सों में टूट गया था।
इसके अलावा भारत में कई भीषण विमान हादसे हुए, कभी खराब मौसम तो कभी पायलट की गलती की वजह से
12 जुलाई, 1949
विमान: केएलएम लॉकहीड कॉन्स्टेलेशन
स्थान: घाटकोबर के पास
मौत : 45 (10 चालक दल + 35 यात्री)
कारण: पायलट की गलती।
1 जनवरी, 1978
विमान: एयर इंडिया फ्लाइट 855
स्थान: बांद्रा, बॉम्बे के तट के पास
मृत्यु: सभी 213 लोग
कारण: कॉकपिट में यंत्र की विफलता।
14 जून, 1972
विमान: जापान एयरलाइंस फ्लाइट 471
स्थान: पालम एयरपोर्ट के पास
मृत्यु: 85 (82 यात्री + 3 जमीन पर)
कारण: जापान - फॉल्स ग्लाइड पाथ सिग्नल।
19 अक्टूबर, 1988
विमान: इंडियन एयरलाइंस फ्लाइट 113
स्थान: अहमदाबाद एयरपोर्ट पर फाइनल अप्रोच
मृत्यु: 130
कारण: पायलट की गलती
31 मई, 1973
विमान: इंडियन एयरलाइंस फ्लाइट 440
स्थान: पालम एयरपोर्ट पर लैंडिंग के समय
मृत्यु: 48 में से 65 यात्री
कारण: पायलट की गलती।
14 फरवरी, 1990
विमान: इंडियन एयरलाइंस फ्लाइट 605
स्थान: बेंगलुरु एयरपोर्ट पर लैंडिंग
मृत्यु: 92
कारण: पायलट की गलती।२
12 अक्टूबर, 1976
विमान: इंडियन एयरलाइंस फ्लाइट 171
स्थान: बॉम्बे (मुंबई)
मृत्यु: सभी 95 लोग
कारण: इंजन फेल होने के कारण विमान में आग
16 अगस्त, 1991
विमान: इंडियन एयरलाइंस फ्लाइट 257
स्थान: इंफाल के पास
मृत्यु: सभी 69 लोग
कारण: पायलट की गलती।
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