साल 2023 में भारत के रियल एस्टेट बाजार का उल्लेखनीय प्रदर्शन: नाइट फ्रैंक रिपोर्ट
नाइट फ्रैंक इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा, ''कार्यालय की जगह की मांग के मामले में भारत का बोलबाला है। इसके पीछे भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती मुख्य कारक है। उम्मीद है कि वर्ष 2024 भी इस मामले में एक उल्लेखनीय वर्ष रहेगा।"
मुंबई। वैश्विक स्तर पर अनिश्चितताओं के बीच भारत के रियल एस्टेट क्षेत्र ने 2023 में दुनिया के प्रमुख बाजारों में सबसे अच्छा प्रदर्शन किया। रियल एस्टेट बाजार पर अनुसंधान और परामर्श सेवाएं देने वाली प्रतिष्ठित कंपनी नाइट फ्रैंक इंडिया की बुधवार को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार बीते वर्ष के दौरान भारत के आठ बड़े शहरों में कार्यालय स्थलों की बिक्री में सालाना आधार पर 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी और मकानों के बाजार में पांच प्रतिशत की वृद्धि के साथ रिकार्ड संख्या में बिक्री हुई।
नाइट फ्रैंक इंडिया की 'इंडिया रियल एस्टेट: रेजिडेंशियल एंड ऑफिस (जुलाई-दिसंबर 2023)Ó शीर्षक इस रिपोर्ट में बताया गया है कि कार्यालय की जगह का लेनदेन करीब करीब कोविड के पहले 2019 के स्तर के नजदीक पहुंच गया जो अब तक इस बाजार का उच्चतम स्तर है। रिपोर्ट के अनुसार बीते वर्ष के दौरान कुल करीब छह करोड़ (5.96 करोड़) वर्ग फुट के कार्यालय स्थल के सौदे हुए। इस दौरान चार महानगरों सहित आठ प्रमुख शहरों में कुल 329,000 से अधिक घरों की बिक्री हुई जो 10 साल का नया रिकॉर्ड है।
साल के दौरान कार्यालय के पट्टों का कारोबार 2019 के अब तक के रिकार्ड से थोड़ा ही कम है जबकि 6.06 करोड़ वर्ग फुट की जगह के सौदे हुए थे।
नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि कार्यालय बाजार का प्रदर्शन भारत की अर्थव्यवस्था की अपनी खुद की ताकत और दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच मजबूत भारत की सबसे तेज वृद्धि दर में उपभोग और निवेश की गतिविधियों में मजबूती दर्शाता है।
इस रिपोर्ट के अनुसार कार्यालय स्थल के बाजार की इस तेजी में भारतीय बाजार की जरूरतों को पूरा करने वाले उद्यमों की ओर से तेज मांग का प्रमुख योगदान रहा। रिपोर्ट के अनुसार 2023 में 1.2 करोड़ वर्ग फुट कार्यालय स्थल की बिक्री (पट्टेदारी) के सौदों के साथ बेंगलुरु सबसे बड़ा बाजार रहा। उसके बाद चेन्नई (1.08 करोड़ वर्ग फुट) और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (1.01 करोड़ वर्ग फुट) का स्थान रहा ।
चेन्नई में क्षेत्र के हिसाब से सौदों में वार्षिक आधार पर 92 प्रतिशत का जोरदार उछाल रहा, लेकिन बेंगलुरू में 14 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। कार्यालय बाजार में 2023 में 4.29 करोड़ वर्ग फुट कार्यालय स्थान का निर्माण पूरा हुआ और अपेक्षाकृत नियंत्रित आपूर्ति के कारण सभी बाजारों में किराए बढ़े। कोलकाता ने किराया सबसे अधिक 11 प्रतिशत बढ़ा। उसके बार बेंगलुरू (सात प्रतिशत) रहा।
रिपोर्ट के अनुसार रियल एस्टेट निवेश न्यासों (आरईआईट) वाली सम्पत्तियों के पोर्टफोलियो में सम्पत्तियों का उपभोग 57-65 प्रतिशत के स्तर के साथ लगातार बढ़ रहा है। पिछले साल उपयोग/ उपभोग का स्तर 47-55 प्रतिशत था। इसी तरह रिक्ति का स्तर एक साल पहले से प्रतिशत 0.94 अंक कम होकर 2023 में 16.1 प्रतिशत रहा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले वर्ष भारती बाजार अभिमुख कंपनियों द्वारा 2.19 करोड़ वर्ग फुट और यहां वैश्विक बाजार जरूरतों को पूरा करने की क्षमता पर केंद्रित कामों के लिए 2.08 करोड़ वर्ग फुट किराए की जगह ली गयी। रिपोर्ट के अनुसार भारत के शीर्ष आठ बाजारों में 329,097 आवासीय इकाइयां बेची गईं, जो पांच प्रतिशत सालाना की वृद्धि दर्शाती है।
इस दौरान 350,746 इकाइयों की वृद्धि के साथ नए घरों की पेशकश में भी सालाना सात प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। मुंबई 2023 में 86,871 इकाइयों की बिक्री के साथ आवासीय बिक्री में अग्रणी रहा, इसके बाद राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) 60,002 इकाइयों और बेंगलुरु 54,046 इकाइयों के साथ तीसरे स्थान पर रहा। वर्ष के दौरान कुल आवासीय बिक्री में इन तीन शहरों की हिस्सेदारी 61 प्रतिशत रही।
नाइट फ्रैंक के अधिकारियों ने कहा कि हालांकि वर्ष 2023 में भारतीय अर्थव्यवस्था वैश्विक आर्थिक उथल-पुथल से पूरी तरह से अछूती नहीं रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के केंद्रीय बैंक (आरबीआई) और सरकार के समय पर हस्तक्षेप ने मुद्रास्फीति को सुनिश्चित किया है तथा अर्थव्यवस्था वृद्धि के पथ पर बनी हुई है जिससे कार्यालय बाजार में तेजी बनी हुई है।
रिपोर्ट के अनुसार प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र की मांग में मंदी और 2022 के ऊंचे तुलनात्मक आधार के कारण बेंगलुरु में कार्यालय अंतरिक्ष लेनदेन में सालाना 14 प्रतिशत से अधिक की गिरावट दिखी पर यह शहर भारत में कार्यालय स्थल के बाजार में सबसे ऊपर बना रहा।
कोलकाता में कार्यालय की जगह के नए पट्टों में सालाना आधार पर 332 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, इसके बाद मुंबई और चेन्नई में क्रमश: 52 प्रतिशत और 49 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।
नाइट फ्रैंक इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा, ''कार्यालय की जगह की मांग के मामले में भारत का बोलबाला है। इसके पीछे भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती मुख्य कारक है। उम्मीद है कि वर्ष 2024 भी इस मामले में एक उल्लेखनीय वर्ष रहेगा।"

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