डॉलर के मुकाबले रुपया फिसला, एफआईआई की बिकवाली से बढ़ा दबाव
घरेलू मुद्रा 17 पैसे गिरकर डॉलर के मुकाबले 88.26 पर बंद हुई
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की लगातार बिकवाली और अमेरिका की सख्त टैरिफ नीति के कारण सोमवार को रुपये में कमजोरी देखने को मिली
मुंबई। विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की लगातार बिकवाली और अमेरिका की सख्त टैरिफ नीति के कारण सोमवार को रुपये में कमजोरी देखने को मिली। घरेलू मुद्रा 17 पैसे गिरकर डॉलर के मुकाबले 88.26 पर बंद हुई। अगस्त महीने में ही एफआईआई ने लगभग 39,063 करोड़ रुपए के शेयर बाजार से पैसे निकाले, जिससे रुपए पर अतिरिक्त दबाव बढ़ा। वहीं, अमेरिका द्वारा भारतीय निर्यात वस्तुओं पर 50 प्रतिशत तक का शुल्क लगाने के कदम से व्यापार जगत में अनिश्चितता गहराई है।
विश्लेषकों का कहना है कि यह फैसला निर्यात क्षेत्र पर बड़ा असर डाल सकता है और आने वाले महीनों में विदेशी मुद्रा बाजार में और उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। हालांकि, इन चुनौतियों के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था ने अप्रैल-जून तिमाही में 7.8% की मजबूत वृद्धि दर दर्ज की है, जिससे निवेशकों को उम्मीद की कुछ किरण भी दिखाई देती है।

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