जलभराव वाले स्थानों पर सीसी सड़क का हो निर्माण : दीया
जलभराव की समस्या रहती है
बैठक में यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा की उपस्थिति में जेडीए, नगर निगम ग्रेटर, पीडब्ल्यूडी, रीको, एनएचएआई तथा अन्य विभागों को साझा योजना बनाकर समस्याओं के समाधान एवं नए प्रोजेक्टस के समयबद्ध क्रियान्वयन के निर्देश दिए गए।
जयपुर। उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी की अध्यक्षता में सचिवालय में विद्याधर नगर विधानसभा क्षेत्र में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा की गई। बैठक में यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा की उपस्थिति में जेडीए, नगर निगम ग्रेटर, पीडब्ल्यूडी, रीको, एनएचएआई तथा अन्य विभागों को साझा योजना बनाकर समस्याओं के समाधान एवं नए प्रोजेक्टस के समयबद्ध क्रियान्वयन के निर्देश दिए गए। डिप्टी सीएम ने निर्देश दिए कि नींदड आवासीय योजना के कास्तकारों एवं अन्य हितधारकों को संतुष्ट करके इसका जल्द से जल्द निस्तारण किया जाए। उन्होंने विद्याधर नगर क्षेत्र विशेषकर सीकर रोड पर महाराजा शेखा सर्किल से ट्राईटन मॉल की तरफ, खातीपुरा रोड, 14 नंबर तथा रीको एरिया से ही अन्य स्थानों पर होने वाले जलभराव के समाधान के लिए विस्तृत योजना बनाकर उसे तत्काल लागू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जहां जलभराव की समस्या रहती है, उन स्थानों पर सीसी सड़क का निर्माण किया जाए, ताकि बार-बार सड़क टूटने की समस्या नहीं आए।
रीको का पानी सीकर रोड पर नहीं आए
उन्होंने रीको अधिकारियों को निर्देश दिए कि रीको क्षेत्र का पानी सीकर रोड पर नहीं आना चाहिए इसके लिए उचित व्यवस्था करें। इसके साथ ही उन्होंने रीको क्षेत्र में तत्काल एसटीपी बनवाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। सेटेलाइट अस्पताल के लिए भूमि आवंटन के निर्देश दिए। यूडीएच मंत्री खर्रा ने इन सभी कामों को प्राथमिकता से पूरा करवाने तथा इस संबंध में फॉलोअप रिपोर्ट हर 15 दिन में उपमुख्यमंत्री एवं उन्हें उपलब्ध करवाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
खाटू श्याम मंदिर कॉरिडोर की डीपीआर के निर्देश
दिया कुमारी ने सचिवालय में वित्त, पीडब्ल्यूडी और पर्यटन विभाग के अधिकारियों के साथ एक अन्य बैठक में खाटू श्याम मंदिर कॉरिडोर विकास के लिए उत्कृष्ट डीपीआर बनाकर समग्र विकास की सोच के साथ काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मंदिर और उसके आसपास के क्षेत्र में जन सुविधाओं यथा सड़क, परिवहन, यात्रियों के ठहराव, दर्शनों में सुगमता, भीड़ नियंत्रण सहित विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखकर एक बेहतर कार्य योजना बनाई जाए ताकि मंदिर कोरिडोर को एक मॉडल के रूप में विकसित किया जा सके।

Comment List