भारतीय फुटबॉल टीम के कोच इगोर स्टिमाच ने एशियाई खेलों में जाने के लिये मोदी से की अपील
टूर्नामेंट में देश के गौरव और ध्वज के लिये लड़ेंगे
भारतीय फुटबॉल टीम के कोच इगोर स्टिमाच ने खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से टीम को एशियाई खेलों में भाग लेने की अनुमति देने की अपील करते हुए कहा कि वह टूर्नामेंट में देश के गौरव और ध्वज के लिये लड़ेंगे।
नई दिल्ली। भारतीय फुटबॉल टीम के कोच इगोर स्टिमाच ने खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से टीम को एशियाई खेलों में भाग लेने की अनुमति देने की अपील करते हुए कहा कि वह टूर्नामेंट में देश के गौरव और ध्वज के लिये लड़ेंगे। खेल मंत्रालय ने पिछले सप्ताह भारतीय फुटबॉल टीम को एशियाई खेलों में भाग लेने से मना कर दिया था। खेल मंत्रालय के मानदंडों के अनुसार, भारतीय टीम एशियाई खेलों में तभी हिस्सा ले सकती है जब वह महाद्वीप की शीर्ष-आठ टीमों में हो।
स्टिमाच ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और माननीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से एक विनम्र अपील और गंभीर अनुरोध, कृपया हमारी फुटबॉल टीम को एशियाई खेलों में भाग लेने की अनुमति दें। हम अपने देश के गौरव और ध्वज के लिये लड़ेंगे! जय हिन्द!
स्टिमाच ने इस ट्वीट के साथ संलग्न संदेश में मोदी को संबोधित करते हुए लिखा कि आपने हमेशा एक दिन फीफा विश्व कप में खेलने के भारत के सपने का समर्थन किया है और मुझे यकीन है कि अगर हमें इस तरह आपका निरंतर समर्थन मिलता रहा, तो वह दिन दूर नहीं जब हम वैश्विक मंच पर सबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भाग लेंगे।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय टीम के रूप में हमने पिछले चार वर्षों में बहुत कड़ी मेहनत की है और कुछ बेहतरीन नतीजे हासिल किये हैं, जिससे साबित होता है कि अगर हमें सभी हितधारकों का समर्थन मिले तो हम और अधिक हासिल कर सकते हैं। हाल ही में फ्रांस की यात्रा में फुटबॉल और एमबाप्पे के बारे में आपके भाषण ने भारतीय फुटबॉल का सपना देखने वाले और उसमें शामिल होने वाले सभी भारतीयों को प्रभावित किया।
स्टिमाच ने कहा कि भारतीय खिलाड़यिों ने बीते वर्षों में खेल के अलग-अलग स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन किया है और रैंकिंग के आधार पर उन्हें एशियाई खेलों में भाग न लेने देना अन्याय है।
स्टिमाच ने कहा कि इस खूबसूरत खेल के लिये अरबों भारतीयों की आशाएं और प्रार्थनाएं हैं और हमें ऐसी भागीदारी की आवश्यकता है। हमारा अपना मंत्रालय रैंकिंग के संदर्भ में भागीदारी से इनकार कर रहा है, जबकि सच्चाई यह है कि हमारी फुटबॉल टीम उन कुछ अन्य टीमों की तुलना में बेहतर रैंक पर है, जिन्हें एशियाई खेलों में भाग लेने की अनुमति दी गयी है। साथ ही इतिहास और आंकड़े इस बात के गवाह हैं कि फ़ुटबॉल एक ऐसा खेल है जहां निचली रैंक वाली टीम के पास शीर्ष रैंक वाली टीमों को हराने का मौका होता है।
उल्लेखनीय है कि भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) और सभी राष्ट्रीय खेल महासंघों को भेजे गये पत्र में खेल मंत्रालय ने कहा था कि एशियाई खेलों की टीम स्पर्धाओं के लिये केवल उन्हीं खेलों को शामिल किया जाएगा जिनमें भारत ने पिछले एक साल में एशिया के भाग लेने वाले देशों के बीच आठवीं रैंकिंग हासिल की है।
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