बिहार चुनाव 2025 : थम गया पहले चरण का प्रचार, तेजस्वी सम्राट चौधरी से खेसारी लाल तक दिग्गजों की किस्मत दांव पर
उमेश कुशवाहा के भाग्य का फैसला भी होगा
अलीनगर से भाजपा की मैथिली ठाकुर तो छपरा से खेसारी लाल यादव चुनावी मैदान में हैं। बिहार चुनाव के पहले चरण में जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के भाग्य का फैसला भी होगा।
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में पहले चरण में 6 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए मंगलवार को चुनाव प्रचार खत्म हो गया। पहले चरण में राज्य के कुल 121 विधानसभा सीटों पर मतदान होने वाले हैं। 18 जिलों की इन सीटों पर 3.75 करोड़ से अधिक मतदाता 1314 उम्मीदवारों की किस्मत तय करेंगे। इस चरण में मिथिलांचल, कोसी, मुंगेर डिवीजन और भोजपुर बेल्ट की सीटें शामिल हैं। पहले चरण के प्रमुख विधानसभा क्षेत्र: पहले चरण के लिए लिए अगर प्रमुख विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो तारापुर में उप-मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी (भाजपा) और राजद के अरुण कुमार के बीच के मुकाबले पर सबकी नजर रहेगी। वहीं इस चरण पूरे बिहार नजर राजद के पारंपरिक गढ़ राघोपुर पर रहने वाली है। यहां से महागठबंधन के सीएम कैंडिडेट तेजस्वी यादव का मुकाबला भाजपा के सतीश कुमार यादव से होने वाला है। इसके अलावा महुआ विधानसभा सीट पर भी सबकी निगाहें रहने वाली है। यहां मुख्य मुकाबला लालू यादव के बड़े बेटे और जनशक्ति जनता दल के तेज प्रताप यादव और मुकेश कुमार रौशन के बीच माना जा रहा है। साथ ही अलीनगर और छपरा सीट पर सबकी नजरें रहने वाली है। अलीनगर से भाजपा की मैथिली ठाकुर तो छपरा से खेसारी लाल यादव चुनावी मैदान में हैं। बिहार चुनाव के पहले चरण में जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के भाग्य का फैसला भी होगा।
कौन कितनी सीटों पर मैदान में
महागठबंधन की ओर से आरजेडी 72, कांग्रेस 24, और सीपीआई (माले)14 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। वहीं, जेडीयू 57 और बीजेपी 48 सीटों पर एनडीए की तरफ से मैदान में हैं। चिराग पासवान की एलजेपी (रामविलास) 13 सीटों पर किस्मत आजमा रही है, जबकि आरएलएम के दो और हम के एक प्रत्याशी मैदान में हैं। ओवैसी की एआईएमआईएम 8 सीटों पर और जन सुराज पार्टी 119 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। पिछले नतीजे और इस बार की तस्वीर: 2020 के चुनाव में पहले चरण की 121 सीटों में से महागठबंधन ने 61 और एनडीए ने 59 सीटें जीती थीं। तब आरजेडी ने सबसे ज्यादा 42, बीजेपी ने 32, जेडीयू ने 23 और कांग्रेस ने 8 सीटें जीती थीं। इस बार मुकाबला और भी कड़ा माना जा रहा है।
नीतीश कुमार के लिए बड़ी चुनौती: पहले चरण की 57 सीटों पर जेडीयू के उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें से 36 सीटों पर आरजेडी से और 13 सीटों पर कांग्रेस से सीधा मुकाबला है।
तेजस्वी यादव के लिए भी अहम परीक्षा: महागठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार तेजस्वी यादव खुद राघोपुर सीट से मैदान में हैं। उनके लिए पहले चरण में ज्यादा सीटें जीतना सत्ता की ओर पहला कदम माना जा रहा है।
16 मंत्रियों की किस्मत दांव पर
पहले चरण में नीतीश सरकार के 16 मंत्रियों का भाग्य मतदाताओं के हाथ में है।
बीजेपी के 11 मंत्री, जिनमें डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी (तारापुर) और विजय सिन्हा (लखीसराय) शामिल हैं।
अन्य प्रमुख चेहरे: मंगल पांडे (सीवान), नितिन नवीन (बांकीपुर), जीवेश मिश्र (जाले), संजय सरावगी (दरभंगा), केदार गुप्ता (कुढ़नी), सुनील कुमार (बिहारशरीफ)।
जेडीयू के 5 मंत्री: विजय चौधरी (सराय रंजन), श्रवण कुमार (नालंदा), मदन सहनी (बहादुरपुर), महेश्वर हजारी (कल्याणपुर) और रत्नेश सदा (सोनबरसा)।

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