कर्नाटक में बिजनेस से लेकर नौकरी तक में बाहर के आधे लोग

ऐसे में प्राइवेट कंपनियों को काफी दिक्कत होगी

कर्नाटक में बिजनेस से लेकर नौकरी तक में बाहर के आधे लोग

आखिर बेंगलुरु में बाहरी लोग कितने हैं, वे वहां क्या क्या काम करते हैं और उनका क्या योगदान है।

बेंगलुरू। कर्नाटक सरकार ने एक बिल को मंजूरी दी कि जिसमें कर्नाटक में प्राइवेट क्षेत्र में भी लोकल लोगों को 100 फीसदी आरक्षण देने की बात कही गई थी। बिल को मंजूरी मिलने के साथ ही इसका विरोध होना शुरू हो गया और बाद में सरकार ने इस फैसले को विचार करने के लिए रोक लिया है। कर्नाटक सरकार के इस फैसले के बाद इस मुद्दे पर काफी बात हो रही है कि सिर्फ बेंगलुरु में ही बाहरी लोग काफी हैं, तो ऐसे में प्राइवेट कंपनियों को काफी दिक्कत होगी। तो फिर जानते हैं कि आखिर बेंगलुरु में बाहरी लोग कितने हैं, वे वहां क्या क्या काम करते हैं और उनका क्या योगदान है।

कर्नाटक में कितने बाहरी
साल 2011 की जनगणना के अनुसार, उस वक्त कर्नाटक की जनसंख्या 6.11 करोड़ थी, जिसमें से 3.6 फीसदी लोग दूसरे राज्यों के रहने वाले लोग थे। जनगणना के हिसाब से कर्नाटक आने वाले लोगों में 6.4 लाख लोग तमिलनाडु के हैं, जबकि आंध्र प्रदेश के 4.4 लाख, केरल के 2.3 लाख, उत्तर प्रदेश के 1.4 लाख, बिहार के 1.2 लाख, महाराष्ट्र के 1.1 लाख और दूसरे राज्यों के 3.2 लाख थे। यानी करीब 32 लाख लोग माइग्रेंट थे, अब इस संख्या में बदलाव संभव है।

बेंगलुरु में कितने माइग्रेंट हैं
साल 2019 में टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरु में 50 फीसदी से ज्यादा जनसंख्या माइग्रेंट्स की हैं। बताया जा रहा है कि बेंगलुरु में 44.3 लाख लोग बाहर के रहने वाले हैं, जो बेंगलुरु की कुल आबादी का 50.6 फीसदी हिस्सा है। खास बात ये है कि ये संख्या कर्नाटक से बाहर जाने वाले माइग्रेंट्स की संख्या से भी काफी ज्यादा है। रिपोर्ट्स के अनुसार कर्नाटक से बाहर जाने वाले लोगों की संख्या करीब 25 लाख है।  वहीं सिर्फ बेंगलुरु की बात करें तो 2011 की जनगणना में 96.2 लाख जनसंख्या थी, जिसमें 44.3 लाख लोग माइग्रेंट्स थे। इसके बाद नया डेटा सामने नहीं आया है, लेकिन माना जा रहा है अब माइग्रेंट्स की संख्या और भी इजाफा हो गया है। ये आंकड़ा ग्रामीण और अर्बन दोनों इलाकों का है। यहां आने वाले लोगों में सबसे ज्यादा लोग आंध्र प्रदेश के हैं, जिनका हिस्सा 34 फीसदी है। इसके बाद केरल से लोग यहां आते हैं। वहीं, पड़ोसी राज्यों के बाद सबसे ज्यादा लोग बेंगलुरु में राजस्थान से आते हैं और 2011 में 82 हजार से ज्यादा लोग राजस्थान के थे। 

10 साल में हो गए दोगुना
रिपोर्ट्स के अनुसार, साल 2001 की जनगणना के दौरान बेंगलुरु की जनसंक्या 65 लाख 37 हजार थी, जिसमें 20.8 लाख लोग माइग्रेंट थे, जो 2011 में 44.3 लाख हो गए हैं। ये संख्या दोगुना से भी ज्यादा है, ऐसे में बढ़ते ग्राफ के हिसाब से अब बेंगलुरु की जनसंख्या में बाहरियों की संख्या बढ़ना संभव है।

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