शीतकालीन सत्र के दौरान राम गोपाल यादव का बड़ा बयान, कहा-संसद सत्र में एसआईआर सबसे बड़ा मुद्दा
शीतकालीन सत्र में एसआईआर बड़ा मुद्दा
सपा सांसद राम गोपाल यादव ने कहा कि शीतकालीन सत्र में एसआईआर सबसे बड़ा मुद्दा रहेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि मतदाता सूची से वैध नाम हटाए जा रहे हैं और कई जिलों में लोगों को गलत तरीके से सी कैटेगरी में डाला गया है। सपा ने इसे बड़ी साजिश बताया।
लखनउ। समाजवादी पार्टी (सपा) सांसद राम गोपाल यादव ने सोमवार को कहा कि, संसद के आज से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) सबसे बड़ा मुद्दा होगा। राम गोपाल यादव ने यहां संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से बात करते हुए एक प्रश्न के उत्तर में कहा, सबसे मुख्य मुद्दा एसआईआर का ही है। बिहार में जब से एसआईआर चल रहा था तब से सरकार में बड़े-बड़े पदों पर बैठे लोग घुसपैठियों की बात कर रहे थे। इनकी मनसा है कि कुछ वैध मतदाताओं के नाम काट दो, और कहो कि वे घुसपैठिये हैं। ऐसा हम होने नहीं देंगे।
उन्होंने कहा कि, यह सही है कि विपक्ष की मांग पर चुनाव आयोग एसआईआर के लिए तिथि बढ़ा दी है, लेकिन सरकार जो दिखा रही है जमीनी हकीकत उससे काफी अलग है। सपा सांसद ने कहा, इटावा में सारे लोगों को सी कैटेगरी में डाल दिया गया है। हम जाने कब से वोट डालते आ रहे हैं। इटावा जिले से (समाजवादी पार्टी के) सात लोकसभा सदस्य हैं, एक राज्यसभा का मैं हूं और तीन विधायक हैं। सब कैटेगरी सी में हैं, यानी इनके पास कोई कागजात नहीं है।
सपा सांसद ने आरोप लगाया कि, मनमाने ढंग से लोगों के नाम मतदाता सूची से हटाये जा रहे हैं, उन्हें सुविधाओं से वंचित किया जा रहा है। मऊ में 20 हजार लोगों के नाम मतदाता सूची से काट दिये गये हैं। यह साजिश है, जिसके खिलाफ समाजवादी पार्टी पूरी ताकत से लड़ रही है।
सरकार के इस तर्क पर कि निर्वाचन आयोग के कामकाज के बारे में संसद में चर्चा नहीं हो सकती, श्री यादव ने कहा कि यह बहाना है, चुनाव आयोग पर पहले भी कई बार संसद में चर्चा हो चुकी है।

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