ऑपरेशन सिंदूर : 25 मिनट ताबड़तोड़ हमले- आतंकियों के नौ ठिकाने ध्वस्त, 120 आतंकी ढेर
‘सिंदूर’ मिटाने वाले आतंकी का खानदान ही मिट गया
विदेश सचिव विक्रम मिस्री, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने दी कार्रवाई की जानकारी
नई दिल्ली। पहलगाम में निर्मम आतंकवादी हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादियों को चुन-चुन कर मारने के सरकार के संकल्प को पूरा करने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों ने मंगलवार देर रात पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में 25 मिनट तक ताबड़तोड़ हमले कर नौ आतंकवादी ठिकानों को पूरी तरह ध्वस्त कर आतंकवादियों के नेटवर्क की कमर तोड़ दी। विदेश सचिव विक्रम मिस्री, सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी और वायु सेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बुधवार को यहां राष्ट्रीय मीडिया केन्द्र में देश को छह और सात मई की दरमियानी रात को एक बज कर पांच मिनट से डेढ़ बजे तक चले ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की जानकारी दी। ऑपरेशन सिंदूर में जिन नौ ठिकानों को निशाना बनाया गया है उनमें से चार पाकिस्तान में और पांच पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू कश्मीर में हैं। इन ठिकानों पर आतंकवादी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय, भर्ती, प्रशिक्षण केन्द्र और लांच पैड़ हैं।
कार्रवाई नपी तुली गैर उकसावे वाली
मिस्री ने जोर देकर कहा कि बीती रात सीमापार की गई कार्रवाई नपी तुली, गैर उकसावे वाली एवं जिम्मेदाराना थी जिसका उद्देश्य आतंकवादी ढांचे को नेस्तनाबूद करना और आतंकवादियों को आगे किसी भी ऐसी हरकत के लिए अक्षम बनाना था। इस कार्रवाई में पाकिस्तान के किसी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया। इसमें निर्दोष लोगों की जान नहीं गई और न ही उनकी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया। यह कार्रवाई 25 अप्रैल को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पहलगाम हमले के बाबत जारी बयान की भावना के अनुरूप है।
भारत को था खतरा
विदेश सचिव ने कहा कि पाकिस्तान आधारित आतंकवादी मॉड्यूल पर हमारी खुफिया निगरानी से संकेत मिला था कि भारत पर आगे भी हमले हो सकते हैं, अत: इन्हें रोकना और इसने निपटना दोनों को बेहद आवश्यक समझा गया। आज सुबह भारत ने इस तरह के सीमा पार हमलों का जवाब देने और उन्हें रोकने तथा उनका प्रतिरोध करने के अपने अधिकार का प्रयोग किया है।
आतंकियों का पाक से संबंध उजागर
मिस्री ने कहा कि 25 अप्रैल को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रेस वक्तव्य में टीआरएफ (द रजिस्टेंस फ्रंट) के संदर्भ को हटाने के लिए पाकिस्तान के दबाव पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। पहलगाम आतंकी हमले की जांच से पाकिस्तान के साथ आतंकवादियों के संपर्क उजागर हुए हैं।
पीड़ितों को न्याय दिलाया: कर्नल सोफिया
कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए मासूम नागरिकों और उनके परिवारों को न्याय देने के लिए ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया।
ध्यान रखा आम लोगों को नुकसान नहीं हो
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि ऑपरेशन के लिए ठिकानों का चयन खुफिया जानकारी के आधार पर किया गया था। यह बात ध्यान में रखी गई थी कि नागरिक ठिकानों और आम लोगों को किसी तरह का नुकसान न पहुंचे।
कायराना पहलगाम हमले का करारा जवाब देते हुए भारतीय एयर फोर्स ने अदम्य साहस के साथ ऑपरेशन सिदूंर को अंजाम दिया और 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नया भारत आंतकियों और उनके आकाओं को अंजाम तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
भजनलाल शर्मा, मुख्यमंत्री
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