राहुल गांधी की बढ़ने वाली है मुश्किलें: चुनाव आयोग के समर्थन में उतरे 272 जज और ब्यूरोक्रेट्स, कांग्रेस पर लगाए ये गंभीर आरोप
चुनाव आयोग पर हमलों के खिलाफ 272 प्रतिष्ठित नागरिकों का खुला पत्र
बिहार चुनाव को लेकर कांग्रेस द्वारा लगाए आरोपों के बीच 272 प्रतिष्ठित नागरिकों—जिनमें पूर्व न्यायाधीश, राजदूत, नौकरशाह और सैन्य अधिकारी शामिल हैं—ने एक खुला पत्र जारी कर चुनाव आयोग को बदनाम करने के प्रयासों की कड़ी निंदा की। पत्र में राहुल गांधी के वोट चोरी संबंधी आरोपों को निराधार बताया गया।
नई दिल्ली। बिहार चुनाव को लेकर कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर लगातार हमले किए थे और कई गंभीर आरोप भी लगाए थे। इसी बात को लेकर आज देश 272 प्रतिष्ठित नागरिकों ने एक खुला पत्र जारी कर LoP और कांग्रेस पार्टी द्वारा चुनाव आयोग जैसे संवैधानिक संस्थानों को बदनाम करने के प्रयासों की कड़ी निंदा की है। बता दें कि, इन 272 प्रतिष्ठित नागरिकों में, 16 न्यायाधीश,14 राजदूत, 123 सेवानिवृत्त नौकरशाह और 133 पूर्व सैन्य अधिकारी शामिल हैं। इस समूह ने कांग्रेस सांसद की तरफ से भारत निर्वाचन आयोग पर लगाए जा रहे आरोपों पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि, कांग्रेस पार्टी राजनीतिक हताशा को छिपाने के लिए संस्थाओं को निशाना बना रही है। इसके आगे पत्र में राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी द्वारा चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्थाओं को बदनाम करने के प्रयासों की भी कड़ी निंदा की गई है। दरअसल, हाल ही में हुए बिहार चुनाव को लेकर राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग पर वोट चोरी जैसा गंभीर आरोप भी लगाया था।
कांग्रेस पार्टी का संस्थाओं पर हमला
दरअसल, 272 हस्तियों ने चुनाव आयोग को बदनाम करने की साजिश को लेकर खुला खत लिखा है। इसमें राहुल गाँधी से लेकर वामपंथी NGOs और स्कॉलर्स तक को EC विरोधी माहौल बनाने का जिम्मेदार बताया गया है। इसके आगे इन लोगों ने कहा है कि, हम सिविल सोसाइटी के वरिष्ठ नागरिक है और हम इस बात पर गहरी चिंता व्यक्त करते हैं कि, भारत के लोकतंत्र के विरूद्व जहरीली बयानबाजी से लगातार हमला किया जा रहा है। ये लोग चुनाव आयोग को बदनाम करने के लिए निराधार आरोपों का सहारा लेते हैं। इस पत्र में इस समूह ने आगे लिखा है कि, कुछ राजनेताओं ने पहले भारतीय सशस्त्र बलों के पराक्रम और उपलब्धियों पर हमल करके न्यायपालिका, संसद और उसके संवैधानिक पदाधिकारियों पर सवालियां निशान लगाया था, उसके बाद इन लोगों ने भारतीय चुनाव आयोग की ईमानदारी और उसकी प्रतिष्ठा पर व्यवस्थित और षड्यंत्रकारी हमला किया है, जिसको बिल्कुल भी बर्दास्त नहीं किया जाएगा।
जानिए क्या लिखा है इस खुले पत्र में?
दरअसल, इस खुले पत्र में चुनाव आयोग के खिलाफ निराधार बयानबाजी की घोर निंदा की गई है। इस समूह ने राहुल गांधी पर निशान साधते हुए कहा है कि, लोकसभा में विपक्ष के नेता ने चुनाव आयोग पर बार बार वोट चोरी को लेकर हमले किए है जिसका उनके पास में कोई सबूत नहीं है।

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