महंगाई से राहत : खुदरा मुद्रास्फीति आठ साल के निचले स्तर पर- सब्जियों के दामों में आई गिरावट
एक साल पहले की तुलना में सब्जियां 20.69% सस्ती
खाने-पीने की चीजों की कीमतों पर आधारित खाद्य मुद्रास्फीति की दर शून्य से 1.76 प्रतिशत नीचे रही जो जनवरी 2019 के बाद सबसे कम है।
नई दिल्ली। खाने-पीने की चीजों, विशेषकर सब्जियों और दालों की कीमतों में नरमी से उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति की दर लगातार नौवें महीने घटती हुई इस साल जुलाई में 1.55 प्रतिशत रह गयी। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, इस जुलाई में खुदरा महंगाई दर 1.55% रही जो जून 2017 के बाद का निचला स्तर है। इससे पहले जून 2025 में यह 2.10% और जुलाई 2024 में 5.42% दर्ज की गई थी। खाने-पीने की चीजों की कीमतों पर आधारित खाद्य मुद्रास्फीति की दर शून्य से 1.76 प्रतिशत नीचे रही जो जनवरी 2019 के बाद सबसे कम है। जून में यह शून्य से 1.01 प्रतिशत नीचे रही थी।
एक साल पहले की तुलना में सब्जियां 20.69% सस्ती
महंगाई दर में कम की सबसे बड़ी वजह सब्जियों और दालों की कीमतों में एक साल पहले के मुकाबले आई तेज गिरावट है। एक साल पहले की तुलना में सब्जियां 20.69% और दालें तथा उनके उत्पाद 13.76% सस्ते हुए। मसालों की कीमतों में 3.07% और मांस तथा मछली के दाम में 0.61% की कमी आई। इनके अलावा, कुछ खाद्य पदाथार्ें की महंगाई दर अपेक्षाकृत कम रही। वहीं, फलों के दाम जुलाई में ज्यादा तेजी से बढ़े। इनकी मुद्रास्फीति दर 14.42% रही। तेल एवं वसायुक्त उत्पाद 19.24 फीसदी महंगे हुए। ईंधन एवं बिजली वर्ग की महंगाई दर 2.67% रही। स्वास्थ्य वर्ग की मुद्रास्फीति 4.57% और शिक्षा वर्ग की चार प्रतिशत रही।

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