विकसित भारत के लिए पर्यटन का महत्व
माननीय प्रधानमंत्री के जन भागीदारी के विजन से प्रेरित होकर, मंत्रालय ने देखो अपना देश पीपुल्स च्वाइस 2024 शुरू किया है, ताकि नागरिक 5 श्रेणियों में भारत में अपने सबसे पसंदीदा पर्यटक स्थलों और गंतव्यों के बारे में जानकारी दे सकें।
एक दशक पहले तक भारतीय पर्यटन अन्य देशों के समकक्ष स्थापित करने के लिए एक ब्रांड एम्बेसडर की जरूरत सामान्य बात थी। जिस तरह अन्य देश अपने यहां पर्यटन के प्रचार-प्रसार के लिए सुविख्यात फिल्मी सितारों और सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को आकर्षित करने के लिए विज्ञापन राशि खर्च कर रहे थे ठीक उसी तरह यहां भी यह महसूस किया गया कि अतुल्य भारत को एक नया रूप दिए जाने की आवश्यकता है।
पिछले एक दशक में और पिछले 100 दिनों से भारत के केन्द्रीय पर्यटन मंत्री के रूप में कार्य करते हुए मैंने सभी को यह कहते सुना है कि इस देश के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि हमारे बीच एक ऐसे नेता हैं, जो न केवल हमारे प्रधानमंत्री हैं बल्कि वे अतुल्य भारत के सबसे बड़े वैश्विक ब्रांड एम्बेसडर और हिमायती हैं। मैं यह देखकर अत्यंत विस्मित और प्रेरित होता हूं कि माननीय प्रधानमंत्री सदैव पर्यटन को अत्यंत महत्व देते हैं। एक प्रधानमंत्री के रूप में वे निरंतर हमें यह याद दिलाते हैं कि हमें देश में पर्यटन की समग्र प्रगति और विकास के लिए प्रत्येक स्तर पर कार्य करना है। लगभग 1,50,000 किलोमीटर लम्बा सड़क नेटवर्क बनाए जाने, बेहतर हवाई कनेक्टिविटी के लिए 500 नए हवाई रूट और 150 हवाईअड्डे शुरू किए जाने, तेज गति वाली वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत और लगभग 100 पर्यटन परियोजनाओं को पूरा किए जाने के परिणामस्वरूप भारत में 250 करोड़ घरेलू पर्यटक यात्राएं दर्ज की गईं, जो वर्ष 2014 में भारत द्वारा दर्ज 128 करोड़ घरेलू पर्यटक यात्राओं का लगभग दोगुना है। उनके नेतृत्व में भारत की जी.20 अध्यक्षता इस मायने में अनूठी रही कि इन बैठकों का आयोजन देश भर के 60 अलग-अलग स्थानों पर किया गया। एक जननायक के रूप में उन्होंने विश्व की यात्रा पर निकलने से पहले अपने देश भारत को समझने के लिए देखो अपना देश के लिए प्रेरित किया है। हर अवसर पर वैश्विक प्रवासी भारतीयों को अतुल्य भारत का प्रतिनिधि बनने की उनकी भूमिका निरंतर याद दिलाती है कि वे अपने विदेशी मित्रों और परिचितों को इस बात की जानकारी दें कि भारत की यात्रा किस प्रकार उनके लिए अविस्मरणीय हो सकती है। सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले वैश्विक नेताओं में से एक के रूप में उनके द्वारा लक्षद्वीप, काजीरंगा, कन्याकुमारी, श्रीनगर और अन्य कई स्थलों की यात्रा करने मात्र से घरेलू तथा अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों में ऐसे गंतव्यों की यात्रा करने और भारत की कम लोकप्रिय पर्यटन पेशकशों का अनुभव करने की अभूतपूर्व रुचि देखी गई है।
पर्यटन में माननीय प्रधानमंत्री की निजी रुचि और भागीदारी को और अधिक स्पष्ट करने के लिए मैं आप सबको यह बताना चाहूंगा कि उन्होंने अपने मंत्रिमंडल के पर्यटन विभाग में मुझे अपनी सेवा प्रदान करने का अवसर देते समय कहा था कि वह मुझे एक अत्यंत महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंप रहे हैं। तब से मेरा निरंतर यह प्रयास रहा है कि सामाजिक-आर्थिक प्रगति और विकास के माध्यम के रूप में पर्यटन क्षेत्र के महत्व को ध्यान में रखते हुए हम भारत में इसके लिए एक व्यावसायिक योजना तैयार करें। नए पर्यटन गंतव्य विकसित करना इस व्यावसायिक योजना का सबसे महत्वपूर्ण घटक है। नए भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए और अपने गौरवशाली अतीत से प्रेरणा लेते हुए पर्यटकों के समग्र अनुभव को बेहतर बनाने के लिए इन नए गंतव्यों की परिकल्पना की गई है। वर्ष 2018 में माननीय प्रधानमंत्री द्वारा विश्व को एकता नगर और स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की भेंट देने के बाद से इसमें परिवर्तन आया है। माननीय प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप एकता नगर में पर्यटन को प्रमुख आधार के रूप में विकसित करने के लिए विभिन्न कदम उठाए गए और अनेक उपाय किए गए। रोजमर्रा के आधार पर गंतव्य के रख-रखाव और प्रबंधन के लिए विशिष्ट स्टैच्यू ऑफ यूनिटी क्षेत्र का विकास करने के साथ अंतिम बिंदु तक कनेक्टिविटी सुनिश्चित की गई। युवाओं को पर्यटन के क्षेत्र में प्रशिक्षित करने के लिए कौशल विकास केंद्रों की स्थापना की गई। अच्छे होटल, रिजॉर्ट और अन्य आवास स्थापित करने के लिए निजी निवेशों को शामिल किया गया। पीपीपी मोड में विभिन्न थीमों में अनेक नए आकर्षणों, कार्यकलापों और अनुभवों की शुरुआत की गई। एकता नगर में पर्यटकों की संख्या वर्ष 2018 में 4.5 लाख से 10 गुना बढ़कर वर्ष 2023 में 45 लाख हो गई थी।
इसके अलावा, इन सभी प्रयासों से एकता नगर के स्थानीय लोगों के लिए पर्यटन अर्थव्यवस्था के माध्यम से आजीविका के नए साधन का सृजन हुआ है, जो वर्ष 2014 से पहले इस क्षेत्र में उपलब्ध नहीं था। स्वदेश दर्शन और पर्यटक गंतव्यों के विकास जैसी विभिन्न योजनाओं के माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री द्वारा स्थापित मॉडल से प्रेरणा लेते हुए, पर्यटन मंत्रालय अब सरकार के हर स्तर पर चयनित गंतव्यों को विकसित करने के संयुक्त प्रयासों द्वारा देश में पर्यटन संबंधी गंतव्य का विकास कर रहा है। इन गंतव्यों में मंत्रालय की विभिन्न पहलों के माध्यम से, कौशल निर्माण और डिजिटलीकरण जैसे पर्यटन साधनों को बेहतर बनाने के लिए भी कार्रवाई की जा रही है ताकि पर्यटन के लाभ प्राप्त हो सकें।
माननीय प्रधानमंत्री के जन भागीदारी के विजन से प्रेरित होकर, मंत्रालय ने देखो अपना देश पीपुल्स च्वाइस 2024 शुरू किया है, ताकि नागरिक 5 श्रेणियों में भारत में अपने सबसे पसंदीदा पर्यटक स्थलों और गंतव्यों के बारे में जानकारी दे सकें। पीपुल्स च्वाइस 2024 में शीर्ष पर आने वाले गंतव्यों को विशेष सहायता और निधि प्रदान की जाएगी, ताकि उन्हें दुनिया के समक्ष सर्वश्रेष्ठ अतुल्य भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले वैश्विक पर्यटन स्थलों के रूप में परिवर्तित किया जा सके। इस विश्व पर्यटन दिवस पर, मैं इस विजन को पूरा करने में अपनी भूमिका निभाने के लिए आप सबका आह्वान करता हूं, ताकि हम अपने माननीय प्रधानमंत्री जी की ही तरह अतुल्य भारतीय बन सकें।
-गजेन्द्र सिंह शेखावत
केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री
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