अमेरिकन दूध और दुग्ध उत्पादों का आयात पशुपालकों के हितों पर कुठाराघात : चौधरी
अजमेर डेयरी अध्यक्ष ने आईडीए की वार्षिक आमसभा को किया संबोधित
चौधरी ने कहा अमेरिकन दूध एवं दुग्ध उत्पादों के आयात पर सुझाव दिया कि एसोसिएशन को प्रस्ताव पारित कर भारत सरकार को भेजना चाहिए।
अजमेर। अजमेर सरस डेयरी अध्यक्ष व इंडियन डेयरी एसोसिएशन (आईडीए)के सदस्य रामचंद्र चौधरी ने कहा कि अगर अमेरिकन दूध व दुग्ध उत्पादों को भारतीय बाजार में लाया गया तो, यह किसानों व पशुपालकों की आजीविका व उनके हितों पर कुठाराघात होगा। चौधरी ने रविवार को नई दिल्ली में आयोजित इंडियन डेयरी एसोसिएशन (आईडीए) की वार्षिक आमसभा में यह विचार व्यक्त किए। आमसभा की अध्यक्षता आईडीए के अध्यक्ष आर.एस. सोढ़ी ने की।
चौधरी ने कहा अमेरिकन दूध एवं दुग्ध उत्पादों के आयात पर सुझाव दिया कि एसोसिएशन को प्रस्ताव पारित कर भारत सरकार को भेजना चाहिए। यह बात अलग है कि भारत सरकार ने भी इस मुद्दे पर कड़ा रुख अपना रखा है। चौधरी ने कहा कि आईडीए की आमसभा भविष्य में वर्चुअली नहीं रख कर व्यक्तिगतरूप से उपस्थित होकर की जानी चाहिए। एसोसिएशन के सदस्यों में से आमसभा में बहुत कम उपस्थिति रहीं जो विचारणीय विषय है। चौधरी ने सभा अध्यक्ष के समक्ष सहकारिता मंत्री अमित शाह की ओर से गत दिनों देश में घोषित नई सहकारिता नीति से आईडीए के समस्त सदस्यों को अवगत कराने का आग्रह किया।
डेयरी को कृषि में सम्मिलित करें
चौधरी ने प्रस्ताव रखा कि आमसभा की ओर से भारत सरकार को यह प्रस्ताव भेजा जाए कि महाराष्ट्र की तर्ज पर डेयरी को कृषि में सम्मिलित करे एवं यह नीति देश के समस्त राज्यों में भी लागू कराए, जो की देश के पशुपालकों के लिए वरदान साबित होगी। इससे जो कृषि क्षेत्र में किसानों को लाभ मिल रहा है वो पशुपालकों को भी मिलना प्रारंभ हो जाएगा। जैसे दूध पर सपोर्ट प्राइज, पशुपालक क्रेडिट कार्ड पर 4 फीसदी ऋण उपलब्ध आदि। चौधरी ने अंत में सुझाव दिया कि आईपीएस एवं आईएएस की तर्ज पर डेयरी उद्योग में भी यहीं केडर लागू किया जाना चाहिए। इसमें इंडियन डेयरी सर्विस (आईडीएस) की स्थापना की जाए, जिससे डेयरी क्षेत्र में टेक्नोक्रेट अधिकारी उपलब्ध हो सकें।

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