नेक कमाई फाउंडेशन की पहल : नन्हे कदम, बड़े सपने- कचरा बीनना छोड़ा, किताबों से नाता जोड़ा
कैटवॉक में नए कपड़े और किताबों के साथ बच्चोंं ने किया प्रदर्शन
युवा समाजसेवी सौरभ कालरा ने कहा कि ऐसे बच्चों का रैंप पर गायत्री मंत्रों के साथ उतरना अपने आपमें अविस्मरणीय है।
अलवर। नेक कमाई फाउंडेशन की ओर से दिवाकरी की कच्ची बस्तियों में रहने वाले बच्चों को शिक्षा से जोडनें का अनूठा कार्यक्रम हुआ। नन्हें कदम, बड़े सपने नाम से रैंप पर हुए कैटवॉक में विशेषज्ञों की तरह बच्चों ने आत्मविश्वास का प्रदर्शन किया। यहां चल रहे शिक्षा संस्कार वृक्ष स्कूल में प्रतिदिन शाम को नि:शुल्क पढ़नें वाले बच्चों को मनपसंद ड्रेस दी गई जिनका प्रदर्शन इन्होंने रविवार को रैंप पर किया। ये वे बच्चे हैं जिनको शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़नें के लिए इन्हें शिक्षा के साथ शाम को नेक कमाई फाउंडेशन की ओर से संस्कार दिए जा रहे हैं। इनमें से अधिकतर बच्चे बेसहारा हैं या जिनके परिजन आर्थिक दृष्टि से कमजोर हैं।
नेक कमाई के मुख्य संरक्षक दौलत राम हजरती ने कहा कि कचरा बीनने वाले और भीख मांगने वाले बच्चों का सरकारी स्कूल में नामांकन होने के बावजूद वे शिक्षा में पिछड़ रहे हैं, इसे देखते हुए शहर में ऐसे स्कूल नेक कमाई ने खोले हैं। इन बच्चों को शिक्षा के साथ संस्कार दिए जा रहे हैं। युवा समाजसेवी सौरभ कालरा ने कहा कि ऐसे बच्चों का रैंप पर गायत्री मंत्रों के साथ उतरना अपने आपमें अविस्मरणीय है।

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