दस किमी टूटी सड़क दे रही हादसों का न्यौता, जिम्मेदार बेफिक्र
गर्भवती महिलाओं और मरीजों को इस बदहाल सड़क पर सफर दर्द बढ़ाने वाला हुआ
क्षेत्र के ग्राम पंचायत जयस्थल से अरनेठा तक व्यस्ततम दस किमी टूटी सड़क हादसों को न्यौता दे रही है। जिम्मेदार पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी बेपरवाह है। एक साल से अरनेठा और आसपास के ग्रामीण बदहाली झेल रहे है।
अरनेठा। क्षेत्र के ग्राम पंचायत जयस्थल से अरनेठा तक व्यस्ततम दस किमी टूटी सड़क हादसों को न्यौता दे रही है। जिम्मेदार पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी बेपरवाह है। एक साल से अरनेठा और आसपास के ग्रामीण बदहाली झेल रहे है। सड़क पर गड्ढों की वजह से विद्यार्थी के अलावा आए दिन ग्रामीण गिर जाते है। आमजन को इस सड़क से निकलने में डर लगने लगा हैं। मानसून शुरू हो चुका है। ऐसे में बरसात होने से गड्ढों में पानी भर जाता है। इस वजह से चंद मिनिटों का सफर में खासा समय लग रहा है। खास बात यह है कि इस साल के बजट में इस लिंक रोड को स्टेट हाइवे में शामिल कर दिया गया है लेकिन अब तक इस सड़क के लिए बजट स्वीकृत नहीं होने से इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।
गर्भवती महिलाओं को ले जाना हो रहा मुश्किल
ग्रामीण ने बताया कि सड़क पूरी खराब हो गई हैं। आवागमन में अब चंद मिनटों के सफर में लंबा समय लग रहा हैं । इस सड़क पर डामर उखड़ गया , गिट्टी बाहर आ गई है। अब तो मिट्टी ही नजर आने लग गई हैं। बारिश का मौसम चल रहा हैं। गड्ढों में पानी भर गया हैं जिससे अब दुर्घटना का खतरा और बढ़ गया हैं । आमजन में अब पीडब्ल्यूडी विभाग के प्रति भारी नाराजगी हैं। कुछ तो अब जनप्रतिनिधियों को भी कोसने लग गए है। समय आने पर जबाव देने की मंशा में है। गर्भवती महिलाओं को इस सड़क से लाना भारी काम हो गया है। टूटी फूटी इस सड़क की वजह से गर्भवती महिलाओं को गड्ढों की वजह से असहनीय दर्द सहना पड़ रहा है। साथ ही मरीज, सरकारी कार्मिक, वकील , बुजुर्ग, स्कूली बच्चे आदि को आवागमन में भारी समस्या हो रही है।ं ग्रामीणों ने अब इस लम्बे समय से चली समस्या से छुटकारा पाने की संबंधित विभाग से आग्रह किया हैं।
12 गांवों के 3 हजार लोग हर रोज गुजरते है
ग्राम पंचायत जयस्थल से अरनेठा तक दस किमी टूटी सड़क से हर रोज आसपास के 12 गांवों के 3 हजार लोग इस व्यस्ततम रोड से रोज गुजरते है। यहीं नहीं इस खस्ताहाल रोड से होकर प्रसिद्ध कोडक्या बालाजी मंदिर जाने वाले श्रद्धालू भी आवागमन को लेकर परेशान है। इस टूटी रोड को बनवाने को लेकर राकेश सुमन , दयाराम बैरवा , बृजमोहन महावर ,रामचंद्र महावर, राजेंद्र मेघवाल, श्याम सेन, मूलचंद मालव, हरिओम सोनी, गोविंद प्रजापत, मोनू धाभाई,महावीर सावंत,नरेंद्र गोत्तम,हरिओम शर्मा,सत्यनारायण बना , मुकेश वैष्णव, दीपक सुमन,अशोक कंडारा,आत्माराम योगी, नरेश सुमन,किशन सैनी,मोहनलाल चादीजा, गौरव मालिक , प्रेमशंकर प्रजापत, आदि ग्रामीणों ने मांग की है।
इनका कहना हैं
सड़क खस्ताहाल हो गई हैं । आमवागम में भी आमजन को भारी समय आ रही हैं। पीडब्ल्यूडी विभाग का अब इस मामले पर संवेदनशील होना अति आवश्यक हैं। -नरेंद्र गौतम,ग्रामीण
पूरी सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई हैं मिनिटों का सफर घंटों में बदल गया हैं। दुर्घटना की संभावना बढ़ गई हैं।
-हरिओम शर्मा,ग्रामीण
अरनेठा -जयस्थल यह सड़क कोडक्या बालाजी धार्मिक स्थल को जाने वाली सड़क हैं। इस सड़क से निकलने वाले ग्रामीण भी परेशान है। इस दस किमी टूटी सड़क की हालत जल्द सुधारनी चाहिए।
-गौरव मालिक, सामाजिक कार्यकर्ता
यह सड़क पहले लिंक रोड थी। इस साल के बजट में इस सड़क को स्टेट हाइवे में कन्वर्ट कर दिया गया है। इस सड़क के लिए बजट की स्वीकृति नही आई हैं। इस मार्ग पर अन्य घोषित स्टेट हाइवे पर की अपेक्षा कम लोगों का आवागमन है। इसमें 2 किलोमीटर का नॉन पेचबल हैं जो बिल्कुल टूट गई हैं। बाकी की बारिश के बाद पेच हो जायेगा।
-वी के जैन, एस ई, पीडब्लूडी विभाग बूंदी
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