28 खसरे, 35 खातेदार, सहमति से खत्म हुआ 25 साल का इंतजार, राहत का दूसरा नाम साबित हो रहे पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल शिविर
जिला कलक्टर की मौजूदगी में पक्षकारों ने भूमि विभाजन पर सहमति प्रस्तुत की
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की संवेदनशील पहल के तहत आयोजित हो रहे पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल शिविर आमजन के लिए राहत का दूसरा नाम बन गए हैं
जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की संवेदनशील पहल के तहत आयोजित हो रहे पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल शिविर आमजन के लिए राहत का दूसरा नाम बन गए हैं। जहां ना केवल आमजन के काम हाथों हाथ हो रहे हैं बल्कि दशकों से राजस्व न्यायालयों में लंबित वाद भी सहमति एवं समझाइश के माध्यम से सुलझ रहे हैं।
ऐसा ही मामला चौमूं उपखंड के भूतेड़ा ग्राम पंचायत में सामने आया, जहां आयोजित पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल शिविर में 25 सालों से 35 खातेदारों के बीच चले आ रहे 28 खसरों की 28 हेक्टेयर से अधिक भूमि विवाद का निस्तारण सभी पक्षकारों की आपसी सहमति से हुआ। जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी की मौजूदगी में पक्षकारों ने भूमि विभाजन पर सहमति प्रस्तुत की। बरसों पुराने राजस्व विवाद का सौहार्दपूर्ण माहौल में निस्तारण के लिए सभी पक्षकारों ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का भी आभार जताया, साथ ही प्रशासन की इस सकारात्मक पहल की भी सराहना की। इस अवसर पर उपखण्ड अधिकारी दिलीप सिंह राठौड़ सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी एवं ग्रामीण उपस्थित रहे।
गौरतलब है कि राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़े के तहत शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। जयपुर में शिविरों के सफल आयोजन के लिए जिला कलक्टर डॉ. सोनी स्वयं शिविरों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।

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