110 साल बाद जयपुर की ‘ज्यौनार’ का आयोजन कल, मनुहार के साथ कराया जाएगा जीमन
17300 किलो सामग्री से बनेगा भोजन
राजधानी जयपुर में 110 वर्षों के बाद फिर से ऐतिहासिक "जयपुर की ज्यौनार" का आयोजन रविवार को होने जा रहा है
जयपुर। राजधानी जयपुर में 110 वर्षों के बाद फिर से ऐतिहासिक "जयपुर की ज्यौनार" का आयोजन रविवार को होने जा रहा है। इस आयोजन की तैयारियां अपने चरम पर हैं। महापौर कुसुम यादव ने बताया की यह परंपरा राजशाही दौर में होती थी, जिसे अब दोबारा जीवित किया जा रहा है। यादव ने बताया कि यह आयोजन सांगानेरी गेट के बाहर आगरा रोड स्थित अग्रवाल कॉलेज प्रांगण में किया जाएगा। इसमें करीब 50,000 जयपुरवासी एक साथ बैठकर राजस्थानी व्यंजन दाल, बाटी और चूरमा का पारंपरिक तरीके से जीमन करेंगे। यह आयोजन पूरे शहर के लिए एक सांस्कृतिक उत्सव होगा, जिसमें व्यापारी संगठन, समाजसेवी, संत-महात्मा और आमजन मिलकर भाग लेंगे।
17300 किलो सामग्री से बनेगा भोजन
ज्यौनार के लिए करीब 17,300 किलो खाद्य सामग्री का उपयोग किया जाएगा, जिससे दाल, बाटी और चूरमा तैयार किया जाएगा। आयोजन समिति के रमेश नारनोली, माताजीन सोनी और अजय यादव ने बताया कि कार्यकर्ताओं की बैठक में जिम्मेदारियां सौंप दी गई हैं ताकि आयोजन व्यवस्थित तरीके से संपन्न हो।
पार्किंग और अन्य व्यवस्थाएं
दुपहिया वाहनों के लिए घाटगेट स्कूल, संजय बाजार, राम निवास बाग, रामलीला मैदान और जोहरी बाजार में पार्किंग की व्यवस्था की गई है। दिव्यांगों के लिए व्हीलचेयर की सुविधा और बुजुर्गों के लिए 50 ई-रिक्शा अग्रवाल कॉलेज परिसर में मौजूद रहेंगे।
इस अनूठे आयोजन में चन्द्रशेखर चौधरी, कुन्दनमल पठानी, कमल रूपानी, सुभाष गोयल, सुरेश सैनी, हरीश केडिया, रमाकांत जौहरी सहित शहर के प्रमुख लोग शामिल होंगे। आयोजन समिति ने सभी जयपुरवासियों से इस पारंपरिक और ऐतिहासिक ज्यौनार का हिस्सा बनने का आग्रह किया है।

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