लाठी-डंडों से पीटने वालों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत केस दर्ज : लेपर्ड के हमले से दहशत, दो लोग गंभीर घायल
घायल लेपर्ड की तलाश जारी
जयपुर के नाहरगढ़ अभयारण्य रेंज की गुर्जर घाटी में एक घर में घुसे लेपर्ड को लोगों ने लाठी-डंडों से पीटा, जिससे दो लोग घायल हो गए। घटना का वीडियो वायरल होने पर वन विभाग ने वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई शुरू की। लेपर्ड को नुकसान पहुंचाना अपराध है। विभाग घायल लेपर्ड की जंगल में तलाश कर रहा है।
जयपुर। राजधानी जयपुर में नाहरगढ़ अभयारण्य रेंज स्थित गुर्जर घाटी में बीते दिनों रात को हुई घटना ने मानव-वन्यजीव संघर्ष पर फिर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। यहां एक मकान में घुसे लेपर्ड को पकड़कर स्थानीय लोगों ने लाठी-डंडों से पीटा। इस बीच लेपर्ड के हमले में दो लोग बुरी तरह से घायल हो गए। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद वन्यजीव विशेषज्ञों का कहना है कि लेपर्ड को लाठी-डंडों से मारना गलत है। अब देखने वाली बात ये होगी कि ऐसा करने वालों पर वन विभाग कब तक कार्रवाई करेगा।
देर रात घर में घुसा लेपर्ड, दो लोगों पर हमला :
स्थानीय लोगों के अनुसार लेपर्ड गत शुक्रवार देर रात करीब 12 बजे घर में घुस आया और गोविंदी देवी पर हमला कर दिया। उनके पैरों में गंभीर चोट आई। एसएमएस अस्पताल में उपचार के दौरान करीब 40 टांके आए हैं। वहीं एक अन्य निवासी लोकेश का हाथ जख्मी हुआ है। वायरल वीडियो में तीन लोग लेपर्ड को कंबल में दबोचे हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि एक व्यक्ति लाठी से उसके सिर पर वार करता नजर आया।
सेल्फ डिफेंस या नियमों का उल्लंघन :
वीडियो सामने आने के बाद वन विभाग सक्रिय हो गया है। रेंजर रघुवेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि लेपर्ड को पीटना या मारना वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 का उल्लंघन है। सेल्फ डिफेंस में भी किसी वन्यजीव पर इस तरह से हमला नहीं किया जा सकता। उन्होंने बताया कि लेपर्ड को पीटने वालों पर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सजा या जुर्माना दोनों का प्रावधान :
वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की धारा 9 के अनुसार किसी भी जंगली जानवर को नुकसान पहुंचाना या शिकार करना दंडनीय अपराध है। दोषी पाए जाने पर सजा और जुर्माना दोनों का प्रावधान है।
घायल लेपर्ड की तलाश जारी :
वन विभाग की टीम नाहरगढ़ अभ्यारण्य क्षेत्र में घायल लैपर्ड की तलाश कर रही है। रविवार को भी वन टीम जंगल में लेपर्ड की तलाश करती रही। पहाड़ी पर कुछ दूर जाकर लेपर्ड के पगपार्क दिखे। वन विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार जहां लेपर्ड ने हमला किया था। वहां से जंगल मुश्किल से 50 मीटर की दूरी पर है।

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