डोटासरा के अपशब्दों को लेकर सदन में देवनानी हुए भावुक : विधानसभा में फूट-फूट कर रोने लगे, कहा- मैने कभी पक्षपात नहीं किया; विपक्ष के आरोप पर दुख होता है
मैं तो एक छोटा सा कार्यकर्ता था
वह आरोपों से इतने आहत हुए की फूट-फूट कर रोने लगे। इसके बाद कई मंत्रियों और भाजपा विधायकों ने डोटासरा को सदन से स्थाई रूप से निकालने की मांग की।
जयपुर। विधानसभा में इंदिरा गांधी पर टिप्पणी को लेकर उपजा विवाद अब ज्यादा बढ़ता नजर आ रहा है। मंगलवार को सदन में भले ही विपक्ष नही रहा, लेकिन कांग्रेस के धरने के दौरान गोविंद सिंह डोटासरा के स्पीकर के लिए अपशब्दों के प्रयोग का मामला सदन में गूंजा। स्पीकर वासुदेव देवनानी पूरे घटनाक्रम पर बोलते हुए भावुक हो गए और वह आरोपों से इतने आहत हुए की फूट-फूट कर रोने लगे। इसके बाद कई मंत्रियों और भाजपा विधायकों ने डोटासरा को सदन से स्थाई रूप से निकालने की मांग की।
शून्यकाल में स्पीकर वासुदेव देवनानी ने पूरे घटनाक्रम पर कहा कि मैने कभी पक्षपात नहीं किया। मैंने कभी ऐसे शब्द नहीं सुने। विपक्ष जब आरोप लगाते हैं, तो दुख होता है। मैं तो एक छोटा सा कार्यकर्ता था, कॉलेज में पढ़ता था, सोचा भी नहीं था यहां तक पहुंचूंगा, लेकिन आप लोगों ने पहुंचाया। इस तरह के शब्द सुनने के लिए तो आसन पर नहीं आया। देवनानी ने कहा कि अब सदन को तय करना है कि ऐसे सदस्य के साथ क्या किया जाएं। यह सब सुनने के बाद मुझे भी यह लगता है कि वह विधायक बनने के योग्य भी नहीं है, लेकिन इसका फैसला में सदन पर छोड़ता हूं।
Comment List