हर कोई गमजदा : पाकिस्तान के प्रति आंखों में गुस्सा-आक्रोश, पत्नी के साथ जम्मू-कश्मीर घूमने गए नीरज की 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमले में हुई थी मौत
जम्मू-कश्मीर को निहारने गए थे
अपार्टमेंट के बाहर काफी भीड़ जमा हो गई थी, पुलिस का जाब्ता सिर्फ परिजनों और रिश्तेदारों को ही अपार्टमेंट में जाने दे रहे थे।
जयपुर। शहर के मालवीय नगर स्थित मॉडल टाउन में दिन बेहद गमजदा रहा। हर आंख आसुओं से तर और दिल बेहद बेचैन सा था। हर शख्स की आंखों में पाकिस्तान के प्रति गुस्सा और आकोश झलक रहा था। सभी की निगाहें फॉरेस्ट व्यू अपार्टमेंट के पांचवें माले की ओर देख रही थी। गमगीन मां ज्योति उधवानी की आंखें कभी घर के दरवाजे की ओर देखती और कभी मोबाइल पर अपने बेटे की फोटो को निहारने लगती। आंसुओं का आलम था कि वे रूकने का नाम ही नहीं ले रहे थे। यह घर-जम्मू-कश्मीर में 22 अप्रैल को आतंकी हमले का शिकार हुए नीरज उधवानी का है, देर शाम उसका शव जब एयरपोर्ट से घर लाया गया तो घर में कोहराम मच गया। उसके पिता का दस साल पहले निधन हो गया था।
जम्मू-कश्मीर को निहारने गए थे
नीरज अपनी पत्नी आयुषी के साथ 21 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर की हसीन वादियों को निहारने गए थे, लेकिन आतंकवादियों ने धर्म पूछ-पूछकर 28 लोगों की हत्या कर दी। पड़ोसियों ने बताया कि नीरज की शादी फरवरी, 2023 में पुष्कर के भंवर सिंह पैलेस में आयुषी से बड़े ही धूमधाम तरीके से हुई थी। दोनों ही शादी के बाद बेहद खुश थे और नीरज का स्वभाव जिन्दादिल होने के कारण कुछ पलों में ही लोगों का चहेता हो जाता था। पति-पत्नी दोनों के सीए होने के कारण पड़ोसी भी उनसे परामर्श लेने आते रहते थे। आस-पास के पड़ोसी उसके खुशमिजाज और सदैव मदद को तैयार रखने वाले नीरज की बातें थमने का नाम ही नहीं ले रहीं थीं। बड़े भाई किशोर उधवानी और उनकी पत्नी इनकम टैक्स इंस्पेक्टर हैं। नीरज के चाचा दिनेश उधवानी ने बताया कि नीरज दुबई में जॉब करता था और मंकर संक्रांति की छुट्Þिटयों में घर आया था।
आयुषी ने फोन कर जेठ को दी आतंकी घटना की जानकारी
घटना की जानकारी आयुषी ने अपने जेठ किशोर उधवानी को फोन पर दी तो एकबारगी किशोर कुछ समझ ही नहीं पाया। थोड़ी देर बाद उसने वापस फोन कर जानकारी ली तो परिवार को अहसास हो गया कि नीरज के साथ कुछ गड़बड़ हुआ है। मां ज्योति बार-बार अपने बड़े बेटे से पूछने लगी कि नीरज तो ठीक है, बहू तो ठीक है? किशोर बार-बार उन्हें ढांढस बंधाता रहा, लेकिन बाद में वह रो पड़ा तो रोने की आवाज सुनकर पड़ोसी आ जुटे।
मां को फोन पर कहा था, जम्मू कश्मीर घूमने जा रहा हूं
नीरज ने 21 अप्रैल की रात को अपनी मां को फोन कर बताया था कि वह अपनी पत्नी के साथ घुमने के लिए जम्मू-कश्मीर जा रहा है। मां ने उसे अच्छी तरीके से रहने और बहू का ख्याल रखने की नसीहत दी थी, लेकिन उसे क्या पता था कि आतंकी पर्यटकों पर घात लगाए बैठे हैं। नीरज के फुफाजी प्रकाश ने आक्रोश में कहा कि अब वक्त आया गया है कि पाकिस्तान को सबक सिखाया जाना चाहिए। आखिर कब तक मांए अपनी की कोख खोती रहेंगी।
आतंकियों को ऑन द स्पॉट खत्म कर दे
आतंकी हमले में मारे गए नीरज उधवानी के ताऊ का आतंकवादियों के खिलाफ गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों ने इस बार धर्म को निशाना बनाया है। हमारी यह गुजारिश है कि किसी भी धर्म कास्ट का हो, आतंकवादी है, तो ऑन द स्पॉट खत्म कर देना चाहिए। स्ट्राइक इस तरह होनी चाहिए कि भविष्य में कभी भी ऐसा हमला हो तो, जो भी आतंकवादी पकड़े जाए, उनको ऑन द स्पॉट खत्म कर दें, जिससे आगे ऐसा काम करने वाला डरे। नीरज की मां ज्योति ने कहा कि सरकार यदि मेरे बच्चे को इंसाफ दिलाना चाहती है, तो इन आतंकवादियों को सभी के सामने ऑन द स्पॉट मारें, ताकि कभी किसी मां की कोख सूनी न हो। मेरा दर्द तब तक खत्म नहीं होगा, जब तक ये आतंकवादी मारे नहीं जाएंगे।
शव के घर पहुंचने के साथ ही लगे पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे
जम्मू-कश्मीर में 22 अप्रैल को आतंकी हमले का शिकार हुए नीरज उधवानी के शव के एम्बुलेंस से घर पहुंचने के साथ ही ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद, भारत जिन्दाबाद’ के नारों से पूरा परिसर गुंजायामान हो उठा। नारे लगाने वालों में ना सिर्फ युवा ही नहीं बल्कि हर उम्र के बच्चे, बुढ़े और महिलाओं ने नारे लगा रही थीं। अपार्टमेंट के बाहर काफी भीड़ जमा हो गई थी, पुलिस का जाब्ता सिर्फ परिजनों और रिश्तेदारों को ही अपार्टमेंट में जाने दे रहे थे।
नीरज भाई अमर रहे का नारा सुनते ही आयुषी बिलख पड़ी
नीरज की पत्नी जब अपने पति के शव के साथ अपार्टमेंट में आई तो उसकी आंखें शून्य में निहार रही थी। रो-रोकर उसका बुरा हाल था, आंखें सूजी हुई थी। लेकिन जैसे ही अपार्टमेंट में घुसी तो ‘नीरज भाई अमर रहे’ का नारा सुनने के साथ ही वह बिलख पड़ी। आस-पास की महिलाओं ने उसे संभाला।
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