सरकार कराएगी आन्तरिक दस्तावेजों की जांच, पांच साल पहले नौकरी पाने वालों की जा सकती हैं नौकरी

सरकार कराएगी आन्तरिक दस्तावेजों की जांच, पांच साल पहले नौकरी पाने वालों की जा सकती हैं नौकरी

जाँच के उपरान्त जिन कर्मचारियों की भर्ती के संबंध में सूचनाएँ संदिग्ध प्रकट हो, उनकी सूचना एसओजी को उपलब्ध करायी जाए।

जयपुर। प्रदेश में 5 साल पहले किसी भी सरकारी विभाग में नौकरी पाने वालों के लिए अब नया संकट खड़ा हो गया है। राज्य सरकार 5 साल में तमाम नियुक्तियां के दस्तावेजों की आंतरिक जांच कराएगी, इसमें किसी तरह की हमें मिली तो नौकरी भी जा सकती है।

कार्मिक विभाग प्रमुख शासन सचिव हेमन्त कुमार गेरा ने इसके लिए सभी विभागों को आदेश जारी किया है। आदेश के अनुसार राज्य सरकार के ध्यान में लाया गया है कि विगत 5 वर्षों में विभिन्न विभागों में की गई भर्तियों में फर्जी शैक्षणिक योग्यता के दस्तावेज प्रस्तुत कर एवं डमी कैंडिडेट को परीक्षा में बैठाकर कतिपय अभ्यर्थियों की ओर से सरकारी नौकरियों प्राप्त की गई है। प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुए प्रत्येक विभाग के द्वारा विगत 05 वर्षों में भर्ती किए गए कर्मचारियों के संदर्भ में आन्तरिक कमेटी गठित कर यह जाँच कर लें कि परीक्षा देने वाला एवं नौकरी करने वाला लोकसेवक दोनों एक ही व्यक्ति है। साथ ही भर्ती किये गये कर्मचारियों के शैक्षणिक पात्रता के दस्तावेजात एवं आवेदन के समय प्रस्तुत आवेदन पत्र, फोटो, हस्ताक्षर इत्यादि की भी भली-भांति जाँच करवाई जाए। जाँच के उपरान्त जिन कर्मचारियों की भर्ती के संबंध में सूचनाएँ संदिग्ध प्रकट हो, उनकी सूचना एसओजी को उपलब्ध करायी जाए।

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