सोने की कीमतों में ऐतिहासिक उछाल : निवेशकों की चांदी, लेकिन शादी-ब्याह के खरीदार निराश
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भी सोने की कीमतों में उछाल
उच्च कीमतों के बावजूद, सोने की मांग में गिरावट और शादी-ब्याह के सीजन में आभूषणों की खरीदारी में कमी देखी जा रही है।
जयपुर। सर्राफा बाजार में सोने की कीमतों ने नया कीर्तिमान स्थापित किया। स्टैंडर्ड सोना 90,300 प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया, जबकि चांदी 1,02,700 प्रति किलोग्राम दर्ज की गई। दैनिक नवज्योति ने वित्तीय सलाहकारों और विश्लेषकों के माध्यम से पहले ही भविष्यवाणी की थी कि सोना वर्ष 2025 में 90,000 का स्तर पार करेगा।
इस तेजी के पीछे कई प्रमुख कारण हैं:
केंद्रीय बैंकों की खरीदारी: विभिन्न देशों के केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की बढ़ती खरीदारी ने मांग में वृद्धि की है।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतियां: ब्याज दरों में संभावित कटौती के संकेतों ने निवेशकों को सोने की ओर आकर्षित किया है।
क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट: क्रिप्टो बाजार में अस्थिरता के कारण निवेशक सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की ओर रुख कर रहे हैं।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भी सोने की कीमतों में उछाल देखा गया। शुक्रवार, 13 मार्च को सोना $3,004 प्रति ट्रॉय औंस तक पहुंच गया, जिससे भारतीय बाजार में एमसीएक्स पर यह ₹88,310 तक गया और अंत में ₹88,000 के करीब बंद हुआ। 1 मार्च को सोना हाजिर में ₹87,300 था, जो पंद्रह दिनों में ₹3,000 बढ़कर ₹90,300 पर पहुंच गया। चांदी भी अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर दर्ज हुई; इससे पहले 23 अक्टूबर को यह ₹1,02,000 प्रति किलोग्राम पर थी।
हालांकि, सोने की बढ़ती कीमतों का असर आगामी शादी-ब्याह के सीजन पर देखा जा रहा है। उच्च कीमतों के कारण आभूषणों की मांग में 80% तक की गिरावट आई है, जिससे सर्राफा व्यवसाय प्रभावित हो रहा है। उच्च कीमतों के बावजूद, निवेशकों के लिए यह लाभकारी सिद्ध हो रहा है, लेकिन आम जनता के लिए यह चिंता का विषय बन गया है। जयपुर सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी के महामंत्री मातादीन सोनी ने बताया कि वैश्विक व्यापार तनाव के कारण सोने और चांदी में तेजी कायम रहने की उम्मीद है। बाजार की अनिश्चितता के माहौल में निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है, क्योंकि दोनों मार्ग खुले हुए हैं। पिछले वर्ष बैंक ऑफ अमेरिका द्वारा सोने की बेस प्राइस को आगामी वर्षों के लिए $2,400 से बढ़ाकर $3,000 कर दिया गया था। इसका असर वर्ष 2025 की प्रथम तिमाही में ही देखा गया, अर्थात अब सोना वैश्विक बाजार में $3,000 का बेस बन ऊपर-नीचे होता रहेगा। हालातों को देखते हुए अभी तेजी का वातावरण कायम रहने की उम्मीद बरकरार है। उच्च कीमतों के बावजूद, सोने की मांग में गिरावट और शादी-ब्याह के सीजन में आभूषणों की खरीदारी में कमी देखी जा रही है। यह स्थिति सर्राफा व्यवसाय के लिए चिंता का विषय है, जबकि निवेशकों के लिए लाभकारी सिद्ध हो रही है।
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