शिक्षा विभाग से नहीं आई पुस्तकें : कैसे घूमे पढ़ाई का पहिया, स्कूलों में किताबों का इंतजार
किसी प्रकार की होमवर्क या पुनरावृत्ति कर पा रहे हैं
अधिकांश विद्यालयों में ना तो प्रिंटर की व्यवस्था है और ना ही ठीक-ठाक अवस्था में कम्प्यूटर है। शिक्षकों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि बच्चों को न तो विषयवस्तु मिल रही है और न ही वे किसी प्रकार की होमवर्क या पुनरावृत्ति कर पा रहे हैं।
जयपुर। राज्य के शिक्षा विभाग ने इस वर्ष कक्षा एक से 6 तक पाठ्यक्रम में बदलाव किया है, लेकिन स्कूलों में विद्यार्थियों को पुस्तकों नहीं मिलने से उनकी पढ़ाई बाधित हो रही है। प्रदेश में स्कूल खुले एक माह से अधिक समय हो गया है, लेकिन विद्यार्थी बिना पुस्तकों के अध्ययन कर रहे हैं, जबकि 18 अगस्त से उनकी परीक्षाएं (प्रथम परख) शुरू हो जाएंगी। कक्षा 6 की पुस्तकें, तो विद्यालय तक पहुंच गई, लेकिन एक से पांचवीं कक्षा तक की पुस्तकें अभी छपाई के दौर में हैं। विद्यार्थियों के पुस्तकों की बार-बार मांग करने पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने शाला दर्पण पोर्टल से पुस्तकों की सामग्री का प्रिंट निकालने का सुझाव दिया है। जबकि अधिकांश विद्यालयों में ना तो प्रिंटर की व्यवस्था है और ना ही ठीक-ठाक अवस्था में कम्प्यूटर है। शिक्षकों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि बच्चों को न तो विषयवस्तु मिल रही है और न ही वे किसी प्रकार की होमवर्क या पुनरावृत्ति कर पा रहे हैं।
पुरानी पुस्तकों से पढ़ाने लगे
सरकारी स्कूलों में पहले ही नामांकन की परेशानी है, ऐसे में पाठ्यपुस्तकें नहीं होने से कुछ शिक्षकों ने पुरानी पुस्तकों से पढ़ाना शुरू किया है ताकि विद्यार्थियों का सरकारी स्कूलों के प्रति मोह कम ना हो। पुस्तकें नहीं होने अनेक स्कूलों से अभिभावकों ने अपने बच्चों को निजी स्कूलों में भेजना शुरू किया है।
डेढ़ करोड़ पुस्तकों की डिमांड भेजी
शिक्षा निदेशालय, बीकानेर ने कक्षा एक से 6 तक के विद्यार्थियों के लिए एक करोड़, 58 लाख, 15 हजार, 303 पुस्तकों की डिमांड पाठ्य पुस्तक मंडल को भेजी है।
इनका कहना है
- पुस्तकें शीघ्र ही स्कूलों में भेजी जा रही है और भेजी जाएगी।
-सीताराम जाट, निदेशक माध्यमिक एवं प्रारंम्भिक शिक्षा
केन्द्र और राज्य सरकार का शिक्षा पर फोकस नहीं है, यदि पाठ्यक्रम बदला है तो पुस्तकें तो जून माह में आ जानी चाहिए। बिन पुस्तकों के बच्चे कैसे अध्ययन करेंगे।
-डॉ.बनय सिंह, शिक्षक नेता, जयपुर

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