हरिनगर क्षेत्र में घर में सुबह 6 बजे सबसे पहले बच्चे ने देखा, मां से कहा तो बोली - बिल्ली होगी
जंगल से जगतपुरा सीबीआई फाटक रिहायशी इलाके में पहुंचा बघेरा
वन विभाग की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद बघेरे को ट्रेंकुलाइज कर रेस्क्यू किया, जंगल में छोड़ा
जयपुर। जयपुर के रिहाइशी इलाके में बघेरे की मौजूदगी से लोग दहशत में आ गए। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद बघेरे को ट्रेंकुलाइज कर रेस्क्यू किया। इसके बाद टीम इसे लेकर झालाना नाका रवाना हो गई। रेस्क्यू टीम में नाहरगढ़ जैविक उद्यान के वरिष्ठ वन्यजीव चिकित्सक डॉ.अरविंद माथुर, जयपुर जू के डॉ. अशोक तंवर, रेंजर जितेन्द्र चौधरी, सहायक वनपाल कृष्ण कुमार मीणा, राजेन्द्र सिंह, रोशन सहित वन विभाग का स्टॉफ मौजूद रहा। जानकारी के अनुसार बघेरे को जंगल में रिलीज कर दिया गया है। ये घटना जगतपुरा के सीबीआई फाटक के पास हरिनगर इलाके की थी। जहां शुक्रवार सुबह बघेरा दिखाई देने से आस-पास के लोग खौफजदा हो गए। जानकारी के अनुसार सुबह करीब 6 बजे जगतपुरा स्थित मकान नम्बर 29 हरिनगर में बघेरा घर की सीढ़ी पर बैठा हुआ था। स्कूल के लिए तैयार हो रहे 16 साल के कुलदीप की नजर उस पर पड़ी तो उसने अपनी मां को बताया कि यहां बघेरा है, लेकिन मां ने कहा कुछ नहीं बिल्ली होगी। इसके बाद कुलदीप स्कूल चला गया। महिला बाथरूम की ओर गई। थोड़ी देर बाद जब वो बाहर की ओर आई तो पोर्च में रखी कार के नीचे बघेरा दिखाई देने पर जोर-जोर से चिल्लाई। इससे बघेरे ने पड़ोस के मकान की ओर दौड़ लगा दी।
पैंथर युवक पर झपटा, खरोंचें आई
सूचना पर सुबह 8 बजे पहुंची वन विभाग की टीम ने बघेरे को ट्रेकुंलाइज करने की कोशिशें की तो वो दो मकानों के बाद जगतपुरा स्थित एक निर्माणाधीन मकान में आ धमका। जहां काम कर रहे करीगर गुड्डु की नजर बघेरे पर पड़ी और वो जोर-जोर से चिल्लाने लगा। बघेरा एक कमरे से दूसरे कमरे की ओर भागता हुआ गुड्डु की कमर की ओर हल्का खरोंच मारता हुआ दूसरी ओर भागकर फिर मकान नम्बर 29 हरिनगर आ धमका। जहां वो फिर कार के नीचे छुप गया। यहां वन विभाग की टीम ने सुबह करीब 10 बजे मौका पाकर गेट के नीचे से ट्रेंकुलाइज कर बघेरे को रेस्क्यू किया।
बच्चे ने सुबह 6 बजे घर के बाहर लेपर्ड दिखाई देने की बात कहीं थी, लेकिन मैंने मजाक समझा। उसने मोबाइल पर फोटो भी दिखाई कि इस तरह का जानवर यहां दिखाई दिया, परंतु मैंने कहा कोई बिल्ली होगी। जब वो मुझे दिखाई दिया तो बच्चे की बात याद आई कि उसने सुबह कहा था कि कार के नीचे बघेरा था।
-कुसुम लता मीणा
कॉलोनी में सुबह करीब 6 बजे से ही बघेरे की मौजूदगी की बात कहीं जा रही थी। फिर एक मकान से दूसरे मकान भागता रहा। सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम ने 8 बजे मौके पर पहुंची और करीब 10 बजे उसे रेस्क्यू कर अपने साथ ले गई।
-कमला, स्थानीय निवासी
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