मणिपाल यूनिवर्सिटी : राजस्थान ने देश के लिए सबसे अधिक बलिदान दिए हैं- धर्मेन्द्र प्रधान
भारत को वैश्विक नेतृत्व की ओर ले जा सकती है
कार्यक्रम के अंत में उन्होंने मनिपाल यूनिवर्सिटी को आमंत्रण और सत्कार के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि शिक्षा ही भारत को वैश्विक नेतृत्व की ओर ले जा सकती है।
जयपुर। मणिपाल यूनिवर्सिटी में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि भारत 21वीं सदी के तीसरे दशक के मध्य में प्रवेश कर चुका है और 2025 तक देश को विकसित राष्ट्र बनने का लक्ष्य पूरा करना है। उन्होंने कहा कि देश की प्रगति का एकमात्र मार्ग शिक्षा है। उन्होंने राजस्थान के गौरवशाली इतिहास को नमन करते हुए कहा कि यह भूमि बलिदानों की भूमि रही है। राजस्थान ने देश के लिए सबसे अधिक बलिदान दिए हैं। कई बार उजड़ने के बाद भी इस भूमि ने खुद को पुनः खड़ा किया है। राणा प्रताप और राणा सांगा जैसे महापुरुषों ने इसी धरती पर संघर्ष किया था।
प्रधान ने कहा कि आज शिक्षा को लेकर नई सोच विकसित करनी होगी। भारत में लंबे समय तक ज्ञान की परंपरा रही है, लेकिन औपनिवेशिक काल में इसे बाधित किया गया। शिक्षक पहले गरीब हो सकते थे, लेकिन उन्हें समाज में अत्यंत सम्मान प्राप्त था। अब हमें उस शिक्षा व्यवस्था को पुनर्जीवित करना होगा जो आत्मनिर्भर और नवाचार से भरपूर हो। कार्यक्रम के अंत में उन्होंने मनिपाल यूनिवर्सिटी को आमंत्रण और सत्कार के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि शिक्षा ही भारत को वैश्विक नेतृत्व की ओर ले जा सकती है।

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