नगर परिषद की कार्रवाई से भड़के दवा विक्रेता : आज दवा बाजार बंद, विधायक हंसराज पटेल ने भी किया मौका मुआयना
दुकानों को पूर्व में नेशनल हाईवे प्राधिकरण द्वारा निर्धारित स्थान पर मंजूरी दी गई
राजकीय बीडीएम जिला अस्पताल के पास दवा दुकानों के सामने नगर परिषद द्वारा अतिक्रमण के नाम पर की गई अचानक और कथित मनमानी कार्रवाई के विरोध में कोटपूतली के दवा विक्रेता लामबंद हो गए हैं। व्यापारियों का कहना है कि अतिक्रमण न होने के बावजूद उन्हें परेशान किया जा रहा है, जबकि इन दुकानों को पूर्व में नेशनल हाईवे प्राधिकरण द्वारा निर्धारित स्थान पर मंजूरी दी गई थी।
कोटपूतली। राजकीय बीडीएम जिला अस्पताल के पास दवा दुकानों के सामने नगर परिषद द्वारा अतिक्रमण के नाम पर की गई अचानक और कथित मनमानी कार्रवाई के विरोध में कोटपूतली के दवा विक्रेता लामबंद हो गए हैं। दुकानदारों ने आरोप लगाया कि बिना किसी पूर्व सूचना, नोटिस या मापदंड बताए नगर परिषद ने जेसीबी मशीन से सड़क की खुदाई कर दी और दुकानों के बाहर बना चबूतरा व टीनशैड तोड़ दिए। सड़क की खुदाई से पेयजल लाइन और विद्युत लाइनों को भी क्षति पहुंची, जिससे बड़ा हादसा होने की आशंका बनी हुई है। व्यापारियों का कहना है कि अतिक्रमण न होने के बावजूद उन्हें परेशान किया जा रहा है, जबकि इन दुकानों को पूर्व में नेशनल हाईवे प्राधिकरण द्वारा निर्धारित स्थान पर मंजूरी दी गई थी।
चार दिन से जारी विरोध, बाजार बंद रखा: रविवार को लगातार दूसरे दिन भी अस्पताल के आसपास की सभी दवा दुकानें बंद रही। व्यापारियों ने पूरे दिन धरना दिया और नगर परिषद के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात रहा। विरोध कर रहे व्यापारियों में कोटपूतली केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष सुभाष चंद शर्मा, सचिव अंचल गुप्ता, पंडित सूर्यकांत शर्मा, अनुपम बंसल, सुशील गुप्ता, सुबेसिंह गुर्जर, सुंदर कसाना, सुरेश कुमार, नरेश यादव, अशोक कुमार, अनिल कुमार सहित बड़ी संख्या में व्यापारी मौजूद रहे। व्यापारियों ने कहा कि नगर परिषद के अधिकारियों ने बिना किसी सक्षम आदेश और प्रक्रिया के यह कार्रवाई की, इसलिए इसे अवैध माना जाए।
एक्सईएन दीपक मीणा पर मनमानी का आरोप: दुकानदारों ने विशेष रुप से नगर परिषद के एक्सईएन दीपक मीणा पर गंभीर आरोप लगाए। आरोप है कि शुरुआत में उन्होंने दुकानदारों से कहा था कि टीनशेड तीन फीट तक और चबूतरा भी तीन फीट तक रखा जा सकता है, लेकिन अगले ही दिन उन्होंने जेईएन कृष्ण कुमार को जेसीबी और टीम के साथ भेजकर टीनशेड तुड़वा दिया। शाम को फिर पहुंचे और कहा कि चबूतरा भी नहीं रहने दिया जाएगा। दुकानदारों ने सवाल किया कि जब अतिक्रमण नहीं है, हाईवे प्राधिकरण की मार्किंग साफ है तो सड़क क्यों खोदी जा रही है? लेकिन एक्सईएन इसका कोई जवाब नहीं दे सके। चार दिन पहले भी इसी मुद्दे को लेकर नगर परिषद कर्मियों और व्यापारियों के बीच झड़प हो चुकी है, जिसे पुलिस ने शांत कराया था।
मार्किंग के अनुसार दुकानें बनी, फिर कार्रवाई क्यों?: व्यापारियों ने बताया कि अस्पताल के बाहर लगी सभी दुकानों की स्थिति एनएचएआई द्वारा तय की गई माकिंर्ग के अनुसार है। इसके बावजूद नगर परिषद ने दखल देकर कार्रवाई की, जबकि सर्विस लेन एनएचएआई की सीमा में आती है। व्यापारी पूछते रहे कि यह कार्रवाई किस सक्षम अधिकारी के आदेश पर की जा रही है? लेकिन न तो एक्सईएन दीपक मीणा और न ही नगर परिषद का कोई अधिकारी इसका उत्तर दे पाया। दुकानदारों के अनुसार, खुदाई के बाद सड़क पर पड़े मलबे को नगर परिषद ने नहीं उठाया, जिससे आमजन और मरीजों को भारी परेशानी हुई। विरोध पर शनिवार और रविवार को प्रशासनिक अधिकारियों के निर्देश पर मलबा हटाने का काम शुरु किया गया।
विधायक पटेल मौके पर, देखे हालात: धरने के दौरान कोटपूतली विधायक हंसराज पटेल भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने हालात का जायजा लिया। दवा व्यापारियों ने उन्हें पूरी स्थिति से अवगत कराया और बताया कि किस प्रकार मनमानी कार्रवाई की गई।

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