बारिश में मच्छरों का प्रकोप, मलेरिया डेंगू-चिकनगुनिया का खतरा बढ़ा
12 की मौत, जयपुर में सबसे ज्यादा 528 रोगी
एक जनवरी से अब तक डेंगू के 1451, मलेरिया 604, चिकनगुनिया 95 और स्क्रब टायफस के 511 रोगी मिले, स्वाइन फ्लू के 1026 केस पॉजिटिव मिले
जयपुर। प्रदेश में इन दिनों मानसून का सीजन है। हाल ही में राजधानी जयपुर सहित प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश का दौर कई दिनों तक लगातार जारी रहा। हालांकि बीते करीब एक सप्ताह से बारिश का दौर कम हो गया है और धूप भी खिलने लगी है। ऐसे में बारिश के दौरान हुए गड्ढ़ों और नालों में भरे पानी में अब खतरनाक मच्छर पनपने लगे हैं। धूप खिलने और मौसम खुलने के साथ ही ये मच्छर अब हर घर में परेशानी का सबब बन गए हैं।
इन मच्छरों से डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, वायरल बुखार जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। बार-बार बदल रहे मौसम के चलते लोग काफी संख्या में मौसमी बीमारी के मरीज भी बढ़ गए हैं। चिकित्सकों का कहना है कि बारिश के सीजन में मच्छरों से बचाव करके ही इन बीमारियों से बचा जा सकता है।
तेजी से फैल रहा डेंगू, सरकारी आंकड़ों में मौतें नहीं
चिकित्सा विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में इस साल एक जनवरी 2024 से 22 अगस्त 2024 तक डेंगू के 1451 पॉजिटिव मरीज मिले चुके हैं। मलेरिया के 604, चिकनगुनिया के 95 और स्क्रब टायफस के 551 मरीज पॉजिटिव मिले हैं। इन बीमारियों से इस साल अब तक कोई मौत चिकित्सा विभाग के आंकड़ों में दर्ज नहीं है। स्वाइन फ्लू के अब तक 1026 पॉजिटिव केस दर्ज हो चुके हैं। इनमें से 12 लोगों की मौत भी हुई है। स्वाइन फ्लू के सबसे ज्यादा केस 528 जयपुर में दर्ज हुए हैं लेकिन मौत एक भी दर्ज नहीं है। जबकि मौतें सबसे ज्यादा उदयपुर में 4 हुई हैं। वहीं स्क्रब टायफस के सबसे ज्यादा 120 पॉजिटव उदयपुर में, डेंगू के सबसे ज्यादा 218 बीकानेर में, मलेरिया के 151 बाड़मेर में और चिकनगुनिया के सबसे ज्यादा 18 केस उदयपुर में दर्ज हुए हैं।
स्वाइन फ्लू से किस जिले में कितनी मौतें
जिला मौतें
उदयपुर 4
भीलवाड़ा 3
कोटा 2
बीकानेर 2
चित्तौड़गढ़ 1
Comment List