मोती डूंगरी गणेश मंदिर में 27 अगस्त को जन्मोत्सव, 9 दिन तक चलेंगे भव्य आयोजन
मोदकों की भव्य झांकी से होगा आगाज
राजधानी जयपुर के प्रसिद्ध श्री मोती डूंगरी गणेश मंदिर में इस बार गणेश चतुर्थी पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा
जयपुर। राजधानी जयपुर के प्रसिद्ध श्री मोती डूंगरी गणेश मंदिर में इस बार गणेश चतुर्थी पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा। भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी, बुधवार 27 अगस्त को भगवान गणेश का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। इसके लिए नौ दिन तक चलने वाले विविध धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत 20 अगस्त से होगी। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए मंदिर महंत कैलाश शर्मा ने बताया कि इस बार का जन्मोत्सव विशेष रूप से भव्य होगा। लाखों श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना को देखते हुए व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दे दिया गया है।
मोदकों की भव्य झांकी से होगा आगाज
20 अगस्त को सुबह 5 बजे से श्रद्धालु भगवान गणपति के समक्ष सजाई जाने वाली मोदकों की भव्य झांकी के दर्शन कर सकेंगे। इस झांकी का मुख्य आकर्षण 251-251 किलो के दो विशाल मोदक होंगे। इनके अलावा 51 किलो के 5, 21 किलो के 21, 1.25 किलो के 1100 और हजारों छोटे मोदक भी अर्पित किए जाएंगे। इन्हें बनाने में 2500 किलो शुद्ध घी, 3000 किलो बेसन, 9000 किलो शक्कर और 100 किलो सूखे मेवों का उपयोग किया जाएगा।
पंचामृत अभिषेक और कलश यात्रा
21 अगस्त को पुष्य नक्षत्र में भगवान गणेश का पंचामृत अभिषेक किया जाएगा। इसमें 251 किलो दूध, 50 किलो दही, 25 किलो बूरा, 11 किलो शहद और 11 किलो घी का प्रयोग होगा। इस अवसर पर 501 महिलाएं कलश यात्रा लेकर मंदिर पहुंचेगी।
ध्रुपद गायन और कत्थक नृत्य
22 अगस्त की शाम 7 बजे से मंदिर परिसर में ध्रुपद गायन कार्यक्रम होगा, जिसे भगवान गणेश का प्रिय माना जाता है। इसके बाद 23, 24 और 25 अगस्त को प्रतिदिन शाम 7 बजे कत्थक नृत्य प्रस्तुत किया जाएगा।
सिंजारा, मेहंदी पूजन और विशेष श्रृंगार
26 अगस्त को भगवान गणेश का सिंजारा मनाया जाएगा। इस अवसर पर पाली के सोजत से मंगाई गई 3100 किलो मेहंदी गणपति को अर्पित की जाएगी और बाद में प्रसाद स्वरूप भक्तों में वितरित होगी। महिलाओं के लिए अलग पंक्ति में डोरा और मेहंदी वितरण होगा। इसी दिन भगवान गणेश का विशेष श्रृंगार किया जाएगा। भगवान को स्वर्ण मुकुट और नौलखा हार धारण करवाया जाएगा तथा चांदी के सिंहासन पर विराजमान किया जाएगा।
27 अगस्त को जन्मोत्सव और 28 को शोभायात्रा
महंत कैलाश शर्मा ने बताया कि 27 अगस्त को जन्मोत्सव के मुख्य दिन मंदिर के पट सुबह 4 बजे मंगला आरती के साथ खुलेंगे। श्रृंगार आरती 11:30 बजे, भोग आरती 2:15 बजे, संध्या आरती 7 बजे और शयन आरती रात 11:30 बजे होगी। अगले दिन 28 अगस्त को शाम 4 बजे भगवान गणेश की भव्य शोभायात्रा निकलेगी, जो मोती डूंगरी मंदिर से एमडी रोड, जौहरी बाजार, त्रिपोलिया बाजार, गणगौरी बाजार, नाहरगढ़ रोड होते हुए गढ़ गणेश मंदिर तक पहुंचेगी।
सुरक्षा और व्यवस्थाएं
श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुचारू दर्शन के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। मंदिर परिसर में 4 एआई कैमरे, 72 सीसीटीवी कैमरे, 6 डीएफएमडी और 6 एचएसएमडी लगाए गए हैं। 30 दिन तक सभी गतिविधियों की रिकॉर्डिंग सुरक्षित रहेगी। दर्शन के लिए 6 लाइनें प्रवेश और 6 लाइनें निकासी की बनाई गई हैं। निशक्तजन और वृद्धजनों के लिए विशेष रिक्शा सुविधा होगी। 500 स्वयंसेवक व्यवस्था संभालेंगे।
महंत कैलाश शर्मा ने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे उत्सव के दौरान मंदिर में कैमरे या अन्य सामान न लाएं और प्रशासन द्वारा बनाई गई व्यवस्थाओं का पालन करें। उन्होंने कहा कि मोती डूंगरी गणेश मंदिर का यह भव्य उत्सव न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र बनेगा बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक संगम का भी प्रतीक होगा।

Comment List