नीट परीक्षा 2020 : डमी अभ्यर्थी मामले में दो डॉक्टर गिरफ्तार, एक दस्तयाब
60 लाख में तय हुआ था सौदा
पुलिस के अनुसार सुभाष ने अजीत गौरा आदि को षड्यंत्र में शामिल कर परीक्षा में धांधली की।
जयपुर। चौमूं थाना इलाके में शुक्रवार को पुलिस ने डमी अभ्यर्थियों को बैठा कर नौकरी पाने वाले दो डॉक्टरों सहित एक अन्य आरोपी को दस्तयाब किया है। पुलिस उपायुक्त पश्चिम अमित कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी सचिन गौरा (22) कचोलिया चौमूं औरअजीत गौरा (30) कचोलिया चौमूं को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा एक और आरोपी सुभाष सैनी (33) जैतपुरा चौमूं को दस्तयाब किया है। आरोपी सुभाष ने 2013 परीक्षा में नीट में पास कराने के लिए 65 लाख रुपए लिए थे।
एक पदस्थापित तो दो अन्य
मेडिकल संस्थानों में अध्ययनरत, संस्थानों से मांगे दस्तावेज
डीसीपी बुडानिया ने कहा कि गिरफ्तार आरोपी सचिन गौरा एमबीबीएस अंतिम वर्ष एम्स जोधपुर मेडिकल कॉलेज में, अजीत गौरा श्रीजगन्नाथ पहाड़िया मेडिकल कॉलेज भरतपुर में अध्ययनरत है और नीट 2020 में पास कराने के लिए रुपए लेने वाला सुभाष आयुर्विज्ञान की डिग्री लेकर घाटवा कुचामन नागौर में कॉमन हैल्थ ऑफिसर के पद पर पदस्थापित है। पुलिस ने संस्थानों से प्रकरण से संबन्धित आवश्यक दस्तावेज मांगे हैं।
षड्यंत्र कर बैठाया डमी कैंडिडेट
पुलिस के अनुसार सुभाष ने अजीत गौरा आदि को षड्यंत्र में शामिल कर परीक्षा में धांधली की। आरोपी सुभाष और अजीत के बीच परीक्षा में बैठने के लिए 60 लाख रुपए में सौदा तय हुआ था। आरोपी सुभाष ने इसके 65 लाख रुपए लिए थे। परीक्षा में सचिन की जगह अजीत की फोटो लगा कर परीक्षा दिलाई गई। जिसमें 667 अंक प्राप्त हुए थे।

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