बिजली उत्पादन इकाइयों की विपक्ष ने जांच की मांग उठाई, पक्ष विपक्ष में बहस
विद्युत इकाइयों का घाटा 30 हजार 812 करोड़ का हो चुका है
विद्युत उत्पादन निगम के प्लांट्स के 5 साल में बिजली उत्पादन और घाटे को लेकर विपक्ष ने सोमवार को सदन में सरकार को घेरा। विपक्ष जांच की मांग उठाने लगा और सरकार ने मांग नहीं मानी।
जयपुर। विद्युत उत्पादन निगम के प्लांट्स के 5 साल में बिजली उत्पादन और घाटे को लेकर विपक्ष ने सोमवार को सदन में सरकार को घेरा। विपक्ष जांच की मांग उठाने लगा और सरकार ने मांग नहीं मानी। राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम में विद्युत उत्पादन को लेकर विधायक रामकेश मीणा ने कहा कि 50 प्रतिशत उत्पादन के चलते विद्युत इकाइयों का घाटा 30 हजार 812 करोड़ का हो चुका है, अदानी की कंपनी है, इस कंपनी को जो कोल सप्लाई हो रहा है उसकी कोई जांच नहीं की गई है, अदानी की कंपनी को जो कोल दिया गया, बहुत बड़ा घोटाला इसमें हुआ है।
विधायक रामकेश मीणा के प्रश्न पर ऊर्जा राज्य मंत्री हीरालाल नागर ने जवाब दिया कि कोल की सप्लाई समय पर नहीं हुआ। राजस्थान और छत्तीसगढ़ सरकार के बीच जो विवाद हुआ उसके चलते समय पर कोल सप्लाई नहीं हुआ। हमारी सरकार आने के बाद हमने इस दिशा में काम किया। घाटे की वजह यह भी थी कि हमारी कोयले की जो खदान है वह बंद हो गई। दूसरी जगह से जब कोल लिया गया तो 40 प्रतिशत अलग राशि चुकानी पड़ी, जिसके चलते उत्पादन घटा। विपक्ष की जांच की मांग पर मंत्री ने कहा कि आपका समय ही एक घोटाला हुआ तब जांच क्यों नहीं हुई ? जिसके बाद विधायक रामकेश मीना ने कहा कि 3600 में कोयला आ रहा है जबकि 4700 का भुगतान हो रहा है, क्या जांच सरकार करवाएगी? इस बीच नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि हमारे समय में कराई जांचों के साथ सरकार अब भी जांच करा ले। यह मुद्दा सरकार के बड़े घोटाले से जुड़े होने की आशंका है तो क्या सरकार जांच करवाएगी ?
Comment List