कांग्रेस की गलत नीतियों के कारण जनता को होना पड़ा परेशान : नागर
ऊर्जा मंत्री ने पूर्व सीएम अशोक गहलोत के तंज पर किया पलटवार
नागर ने दावा किया कि इस बार प्रदेश में भीषण गर्मी के बावजूद बिजली कटौती नहीं हुई है।
जयपुर। बिजली कटौती पर पूर्व सीएम अशोक गहलोत के सरकार पर तंज कसने के बाद ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने पलटवार किया है।
नागर ने अपने आवास पर मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि विपक्ष आधारहीन आरोप लगा रहा है। बिजली क्षेत्र में पूर्ववर्ती सरकार ने पांच साल में जो काम किए, वो हमने एक साल में किया है। पूर्ववर्ती सरकार ने 1.39 लाख करोड़ का कर्जा छोड़ा था, जिस कारण बिजली उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ा। भाजपा सरकार ने डेढ़ साल के कार्यकाल में बिजली व्यवस्था मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। पूर्ववर्ती सरकार ने जितने जीएसएस पांच साल में बनवाए, उससे दुगुने तो हम डेढ़ साल में बनवा चुके हैं। कांग्रेस सरकार ने वोट बटोरने के लिए आनन-फानन में बिजली कनेक्शन दिए। जिससे बिजली तंत्र पर दबाव बढ़ने से जनता को पिछले साल गर्मी में परेशानी उठानी पड़ी। नागर ने दावा किया कि इस बार प्रदेश में भीषण गर्मी के बावजूद बिजली कटौती नहीं हुई है।
कुछ जगह मेंटनेंस कार्यों के चलते शटडाउन लिया गया है। राजस्थान में वर्तमान में पीक ऑवर्स में बिजली की मांग 19 हजार मेगावाट तक है, जिसे देखते हुए 2030 तक बिजली उत्पादन को 32 हजार मेगावाट करने का लक्ष्य है। सरकार ने एक हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन पहले ही बढ़ा दिया है और दस हजार मेगावाट क्षमता वाले नए प्लांट की योजना पर काम चल रहा है। नागर ने कहा कि बैटरी स्टोरेज तकनीक राजस्थान के लिए गेमचेंजर साबित होगी। मौजूदा सरकार केन्द्र की गाइडलाइन के अनुसार अभी से 2029 से लेकर 2035 तक की बिजली मांग और आपूर्ति का विश्लेषण कर रही है। विकास होगा तो बिजली की मांग भी बढ़ेगी और हमारी सरकार इसके लिए पूरी तरह तैयार है। हम भविष्य में बिजली जरूरतों के हिसाब से रणनीति बना रहे हैं। अभी लगे उत्पादन संयंत्रों की क्षमता में सुधार किया जा रहा है।

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