परिवार गया था महाकाल के दर्शन को और ड्राइवर ने चोरी कर लिए नकदी जेवर, आरोपी लगातार पुलिस को करता रहा गुमराह

सीसीटीवी नहीं होने से आई परेशानी

परिवार गया था महाकाल के दर्शन को और ड्राइवर ने चोरी कर लिए नकदी जेवर, आरोपी लगातार पुलिस को करता रहा गुमराह

गिरफ्तार आरोपित पवन कुमार शर्मा (28) जगदीशपुरा नई मण्डी टोडाभीम करौली का रहने वाला है और हाल में माली की कोठी कानोता में रह रहा है।

जयपुर। ज्योति नगर थाना पुलिस ने ऐसे शातिर ड्राइवर को गिरफ्तार किया है, जिसने अपने वाहन मालिक के शहर से जाते ही नकदी और जेवर चोरी कर लिए। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से चोरी की हुई 70 लाख रुपए कीमत की ज्वैलरी और नकदी बरामद की है। घटना स्थल के आसपास कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं होने के कारण पुलिस को आरोपी को पकड़ने में परेशानी का सामना करना पड़ा। आरोपी के कब्जे से चांदी जैसी धातु के जैवलरी, सिक्के 2.569 किलो ग्राम तथा सोने जैसी धातु के जैवलरी 308 ग्राम तथा 298500 रुपए नकद बरमाद किए हैं। गिरफ्तार आरोपित पवन कुमार शर्मा (28) जगदीशपुरा नई मण्डी टोडाभीम करौली का रहने वाला है और हाल में माली की कोठी कानोता में रह रहा है।

पुलिस उपायुक्त दक्षिण दिगंत आनंद ने बताया कि 22 मार्च 2025 को परिवादी सन्तोष कुमार गुप्ता ने रिपोर्ट दी कि 20 मार्च की सुबह करीब नौ बजे वह अपने परिवार के साथ उज्जैन मध्यप्रदेश महाकाल बाबा के दर्शन के लिए गया था। 21 मार्च 2025 को सुबह करीब 11 बजे हमारे परिचित लोगों व हमारी कामवाली बाई निलीमा के मार्फत सूचना मिली कि हमारे घर के मेन गेट का ताला नहीं लगा है एवं घर की लाइट जल रही है। साथ ही पीछे के गेट खुले हैं। 21 मार्च को वापस आकर देखा तो हमारे घर से मेरी नकदी, सोने और चांदी के जेवर गायब मिले। 

सीसीटीवी नहीं होने से आई परेशानी
डीसीपी आनंद ने बताया कि घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी चैक करने की कोशिश तो वहां सीसीेटीवी नहीं थे। कॉलोनी के चौकीदार से घटना के बारे जानकारी चाही तो वह कुछ भी नहीं बता सका। परिवादी के घर में आने जाने वाले सभी लोगों व नौकरों के बारे में जानकारी जुटाई गई। परिवादी के ड्राइवर की गतिविधियां संदिग्ध लगीं लेकिन वह लगातार पुलिस को गुमराह करता रहा। इसके बाद पवन शर्मा की निगरानी की गई तो उसकी हरकतें संदिग्ध लगीं। इसके बाद जब पुलिस ने पवन से कड़ाई से पूछताछ की तो चोरी करना कबूल कर लिया।

वारदात का तरीका 
डीसीपी ने बताया कि पवन ने पूछताछ में कबूल किया कि घटना के दिन परिवादी परिवार सहित बाहर गया था। ऐसे में मौका देखकर पवन घटना स्थल जेडीए फ्लैट लालकोठी ज्योति नगर पहुंचा। उसका परिवादी के घर लगातार आना जाना रहता था, जिस वजह से मुल्जिम को घटनास्थल के आस पास की जानकारी प्राप्त थी। घटनास्थल के आस पास कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं होने के कारण वारदात के बाद मुल्जिम की पहचान करना मुश्किल था। साथ ही कॉलोनी के मुख्य द्वारा पर वृद्ध चौकीदार था। जिसकी नजरों से ओझल होकर वारदात को अंजाम देना आसान था।

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