एग्जिम ऑफ चॉइस नाटक में दिखेगा ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के कलाकारों का टैलेंट
मंच पर चमकेंगे सिने सितारे
हर साल की तरह इस बार भी 11 से 15 दिसंबर तक आयोजित जयरंगम फेस्टिवल में देशभर के करीब 500 कलाकार अपने टैलेंट का परिचय देते हुए नजर आएंगे
जयपुर। हर साल की तरह इस बार भी 11 से 15 दिसंबर तक आयोजित जयरंगम फेस्टिवल में देशभर के करीब 500 कलाकार अपने टैलेंट का परिचय देते हुए नजर आएंगे। इस बुधवार से जेकेके में शुरु होने वाले इस फेस्ट में 11 नाटकों का मंचन होगा, जिसमें 8 नाटक पहली बार मंचित होंगे।
मंच पर चमकेंगे सिने सितारे
फेस्ट में इस बार भी अभिनेत्री सारिका सिंह, त्रिशला पटेल, प्रितिका चावला, पूर्वा नरेश, प्रेरणा चावला, भूमिका दूबे, विनिता जोशी, न्योरिका बथेजा, चांदनी श्रीवास्तव और तेलुगु अभिनेता राजशेखर, अभिनेता मयूर मोरे, आशीष शर्मा सहित कई अन्य सिने सितारों अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए नजर आएंगे। इंटरनेशनल आर्टिस्ट मशहूर थिएटर डायरेक्टर मार्कस डू सौतोय और लू डेसकोर्टियर निर्देशित अंतर्राष्ट्रीय अंग्रेजी नाटक द एग्जिम ऑफ चॉइस में अभिनेता क्लाइव मेंडस, जोसेफ प्रोवेन और अभिनेत्री शिप्रा जैन, टीजे सुलेमान मंच पर शोभा बढ़ाते हुए नजर आएंगे।
मध्यवर्ती में सजने वाली महफिल-ए-जयरंगम में प्रिया मलिक कविता और कहानियों को स्वर लहरियों में पिरोकर पेश कर सुकून का एहसास करवाएगी। इसी के साथ मध्यवर्ती में दूसरी प्रस्तुति में पद्मश्री साकर खान मांगणियार की तीन पीढ़ी के कलाकार गायन प्रस्तुति में राजस्थानी संस्कृति का सौंदर्य प्रकट करेंगे। जयरंगम में इस बार गजल सम्राट जगजीत सिंह पर आधारित कागज की कश्ती फिल्म की स्क्रीनिंग भी की जाएगी। फिल्म में जगजीत सिंह की सुरीले और स्वर्णिम जीवन यात्रा पर प्रकाश डाला गया है। वहीं जयरंगम में खुशबू ए राजस्थान और पिटारा दो एग्जीबिशन लगाई जाएंगी। साथ ही रंग संवाद में विशेषज्ञ अपने विचार रखेंगे।
इनका मंचन पहली बार
वरिष्ठ रंगकर्मी रूचि नरुला ने बताया कि इस बार जयरंगम में कुल 11 नाटक होंगे। इनमें से 8 नाटक पहली बार होंगे। इनमें 15 दिसंबर को केन्द्र के रंगायन सभागार में मंचित होने वाले एग्जिम ऑफ चॉइस नाटक भी शामिल है, यह अंतर्राष्ट्रीय नाटक है, जो ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के कलाकार प्रस्तुत करेंगे। स्पॉट लाइट सैगमेंट इस बार एकल अभिनय पर प्रकाश डालेगा। इसके अलावा सकल जानी है नाथ, बेशरम का पौधा, पटना के सुपर हीरो, कर्ण, आज का रंग है और चौथी सिंगरेट नाटक पहली बार फेस्ट में मंचित होंगे।
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