कृषि क्षेत्र के विकास के लिए काम कर रही है सरकार : तोमर
देश की 56% आबादी कृषि पर निर्भर
तोमर ने नियाम में 60 सीटें बढ़ाने और होस्टल में रहने की बाध्यता समाप्त करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में जब हम सरकार में आए थे, तब सभी क्षेत्रों को मिलाकर 32 स्टार्टअप थे।
जयपुर। केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि कृषि क्षेत्र के विकास के लिए सरकार कई योजनाओं के माध्यम से लगातार काम कर रही है। देश में कृषि क्षेत्र को फायदे में लाने तथा गांवों को अधिक समृद्ध बनाने के लिए कृषि से जुड़े विद्यार्थी एवं युवा भी अपना योगदान दें। तोमर रविवार को चौधरी चरणसिंह राष्ट्रीय कृषि विपणन संस्थान (नियाम) के पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन एग्री बिजनेस मैनेजमेंट के चतुर्थ दीक्षांत समारोह एवं एग्री इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन सेंटर के उद्घाटन समारोह को संस्थान परिसर में सम्बोधित कर रहे थे। तोमर ने नियाम में 60 सीटें बढ़ाने और होस्टल में रहने की बाध्यता समाप्त करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में जब हम सरकार में आए थे, तब सभी क्षेत्रों को मिलाकर 32 स्टार्टअप थे। देश में अब अकेले एग्री स्टार्टअप की संख्या ही दो हजार हो चुकी है, जबकि अन्य क्षेत्रों को मिलाकर 10 हजार से ज्यादा स्टार्टअप काम कर रहे हैं। इन सबकी ताकत के बलबूते भारत आगामी समय में विश्व गुरु बनेगा। तोमर ने कहा कि कृषि क्षेत्र में आजीविका है, लेकिन इसमें किसानों की देशभक्ति भी है, वह इसलिए क्योंकि कृषि उत्पादन के बिना काम नहीं चल सकता। कृषि क्षेत्र में अनेक चुनौतियां हैं, जिनका समाधान करने के लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए केंद्र सरकार राज्यों के सहयोग से सफ लतापूर्वक आगे बढ़ रही है।
कृषि क्षेत्र को और बेहतर करना भी जरूरी
उन्होंने कहा कि आजीविका के लिए नौकरी जरूरी है, लेकिन साथ ही कृषि क्षेत्र को और बेहतर करना भी जरूरी है, आज भी इस पर देश की 56 प्रतिशत आबादी निर्भर है। केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि कृषि के माध्यम से हम देश का तेजी से विकास कर सकते हैं। सांसद रामचरण बोहरा, कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़, कृषि विभाग के प्रमुख शासन सचिव दिनेश कुमार विशेष रूप से उपस्थित थे। नियाम की महानिदेशक डॉ.विजय लक्ष्मी ने स्वागत भाषण दिया जबकि नियाम के निदेशक डॉ.रमेश मित्तल ने आभार जताया।
इनको मिला सम्मान
नियाम के सहभागी संस्थानों को स्टार्टअप प्रशिक्षण व फंडिंग में उनके प्रदर्शन के आधार पर अवार्ड वितरित किए, जिनमें श्रीकरण नरेंद्र एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, जोबनेर को प्लेटिनम अवार्ड, नेशनल राइस रिसर्च इंस्टीट्यूट कटक को डायमंड अवार्ड व बिहार एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी साबोर को गोल्ड अवार्ड से सम्मानित किया।

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