ब्लूटूथ डिवाइस से नकल कर बने दो कनिष्ठ लिपिक गिरफ्तार : गिरोह की मदद से धोखाधड़ी कर चयनित हुए
सौदे के लिए 4 लाख रुपए तय हुए
नकल के आधार पर राम प्रकाश जाट परीक्षा में उत्तीर्ण होकर कनिष्ठ श्रेणी लिपिक ग्रेड द्वितीय पद पर चयनित हुआ और पोक्सो कोर्ट-01 उदयपुर में पदस्थापित था।
जयपुर। एसओजी ने गुरुवार को ब्लूटूथ डिवाइस से नकल कर बने दो कनिष्ठ लिपिकों को गिरफ्तार किया है। एडीजी एसओजी एटीएस वीके सिंह ने बताया कि हाईकोर्ट जोधपुर की ओर से आयोजित कनिष्ठ न्यायिक सहायक लिपिक ग्रेड -द्वितीय एवं कनिष्ठ श्रेणी लिपिक ग्रेड-द्वितीय भर्ती परीक्षा 2022 में नकल गिरोह की मदद से धोखाधड़ी कर चयनित हुए अभियुक्त गिरफ्तार किए हैं। अभियुक्त राम प्रकाश जाट निवासी गोटिया बास नागौर ने 19 मार्च 2023 को आयोजित परीक्षा में नकल की। उसका परीक्षा केन्द्र विजयन डी सुरी जैन विद्यापीठ सी. सै. स्कूल नागौर था। खुलासा हुआ कि नकल गिरोह के सरगना पौरव कालेर निवासी चूरू ने सालासर से मोबाइल फोन के माध्यम से ब्लूटूथ डिवाइस के जरिए राम प्रकाश जाट को प्रश्नपत्र के उत्तर उपलब्ध कराए।
इस सौदे के लिए 4 लाख रुपए तय हुए थे। नकल के आधार पर राम प्रकाश जाट परीक्षा में उत्तीर्ण होकर कनिष्ठ श्रेणी लिपिक ग्रेड द्वितीय पद पर चयनित हुआ और पोक्सो कोर्ट-01 उदयपुर में पदस्थापित था। वह पिछले 7 माह से फरार चल रहा था। राम प्रकाश ईओआरओ भर्ती परीक्षा 2022 में भी ब्लूटूथ से नकल करने के आरोप में गिरफ्तार हो चुका है। इसी तरह ब्लूटूथ डिवाइस से नकल कर चयनित कनिष्ट लिपिक सुनील विश्नोई (25) निवासी हनुमानगढ़ को गिरफ्तार किया है। इसने संगठित नकल गिरोह की मदद से ब्लूटूथ डिवाइस के माध्यम से प्रश्नपत्र हल करवाकर धोखाधड़ी की। इसने भी चार लाख रुपए में पोरव कालेर से पेपर लिया। यह चयनित होकर हाल में जिला एवं सत्र न्यायालय हनुमानगढ़ में पदस्थापित था। वह पिछले छह माह से अनुपस्थित रहकर फरार चल रहा था।

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