गंदगी इतनी कि सब्जी बेचना और खरीदना हो रहा दुश्वार
खानपुर सब्जीमंडी में अव्यवस्थाओं का आलम, सब्जी विक्रेता परेशान
सब्जी मंडी में गंदगी के ढेर लगे हुए है तथा आवारा पशु भी मंडी में घूमते रहते हैं।
खानपुर। एक तरफ जहां स्वच्छता अभियान जोरो शोरो से लगातार जारी है, वहीं दूसरी ओर खानपुर क्षेत्र की सब्जीमंडी में गंदगी के ढेरों व अव्यवस्थाओं के बीच सब्जियों की खरीद फरोख्त की जा रही है। मामला खानपुर कस्बे के अंदर सब्जी मंडी का है, सब्जीमंडी में इतनी गंदगी हो रही हैं कि सब्जी विक्रेताओं का सब्जी बेचना दुश्वार हो रहा है और तो और जो सब्जी खरीदने जब कोई व्यक्ति जाता है उसको भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहां इस समय इतनी बदबू फैल रही है कि सब्जी की खुशबू कम गंदगी की बदबू अधिक आ रही है। सब्जी विक्रेताओं ने बताया कि हमारे यहां बैठने के लिए सालों से रसीद कटती आ रही है, फिर भी हमें सुविधा उपलब्ध नहीं है और अब तो खानपुर नगर पालिका बन चुकी है तो सब्जी मंडी को तो और चमक जाना चाहिए, लेकिन अभी हाल यह है कि गंदगी के ढेर लगे हुए हैं, सब्जी मंडी में टीनशेड जर्जर अवस्था में हो चुके हैं तो हम सब्जी लेकर बैठे तो कहां बैठे। यदि बरसात में सब्जी एक बार खराब हो जाती है तो वह पूर्णतया खराब हो जाती है किसी काम की नहीं रहती। यदि सब्जी को लेकर बाहर ठेला लगाकर बैठते हैं तो बाहर एक सरकारी स्कूल है जिसमें बच्चों को आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है और ट्रैफिक जाम की स्थिति बन जाती है तो हमारे परेशानी आती है। सब्जी मंडी में गंदगी के ढेर लगे हुए है तथा आवारा पशु भी मंडी में घूमते रहते हैं जो सब्जी विक्रेताओं को कई बार हमला करके नुकसान पहुंचा देते है। सब्जी मंडी का मुख्य गेट भी टूटा हुआ है जिसमें से होकर आवारा पशु अंदर आ जाते हैं और अचानक सब्जियों को खा जाते हैं । कस्बेवासियों ने मांग की है कि सब्जीमंडी में जो भी अव्यवस्थाएं है उनकों जल्द से जल्द दुरूस्त करवाया जाए।
हम सभी सब्जी बेचने वाले गरीब व्यक्ति हैं जाने कैसे जुगाड़ करके तो हम सब्जी खरीदते हैं और फिर भी हमें मुनाफा ना हो तो क्या फायदा।
- सत्तू सुमन, सब्जी विक्रेता
कुछ सब्जियों ऐसी होती है जो बरसात में तुरंत बिगड़ जाती है यदि बरसात के पानी का थोड़ा सा भी असर हो जाए तो सब्जी किसी काम की नहीं रहती है इससे हमारे बहुत नुकसान हो रहा है मंडी में टीनशेड तक नहीं हो रहे हैं ।
- विशाल सुमन, सब्जी विक्रेता
हमारे सब्जी मंडी में बैठने के लिए रसीद कटती है जो सालों से कटती हुई आ रही हैं फिर भी हमारे कोई सुविधा नहीं मिल रही है, बरसात में तो हमारी आए दिन सब्जियां खराब हो जाती है जिससे हमें भारी नुकसान उठाना पड़ता है।
- सोजी माली, सब्जी विक्रेता
सब्जी मंडी में गंदगी तो हो ही रही है लेकिन सब्जी मंडी की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है, हमारे ऊपर जो टीनशेड लगे हुए थे वह भी गिर चुके हैं और गंदगी का इतना ढेर बन चुका है कि पूरी सब्जी मंडी में बदबू ही बदबू आती है जिससे विक्रेताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
- बंटी सुमन, सब्जी विक्रेता
सब्जीमंडी में हमारे बैठने की व्यवस्था भी ठीक प्रकार से नहीं है सारे जो चबूतरे बने हुए थे वह सभी लगभग गिर चुके हैं। हमारा बैठकर सब्जी बेचना दुर्लभ हो रहा है। -कुलदीप सुमन, सब्जी विक्रेता
सब्जी ही बेचना हमारी रोजी-रोटी है इसे ही हमारे घर का गुजारा चलता है और हम इसके ऊपर ही निर्भर रहते हैं मुझे बहुत साल हो गए सब्जी बेचते हुए लेकिन ऐसी गंदगी कभी नजर नहीं आई। इस गंदगी को देखकर हमारे ग्राहक भी कम आते हैं और आमदनी भी कम होती है, जिससे घर का गुजारा भी ठीक प्रकार से नहीं चल पा रहा है, कृपया समस्या का निस्तारण करें।
-गोलू सुमन, सब्जी विक्रेता
जल्दी ही सब्जी मंडी की जमादार से कहकर सफाई करवा दी जाएगी।
- पुखराज मीणा नगर पालिका आयुक्त, खानपुर
अभी बजट नहीं आया है जैसे ही बजट आएगा, खानपुर की सब्जी मंडी की जर्जर व्यवस्था को ठीक कर दी जाएगी और सफाई व्यवस्था पर तुरंत एक्शन लिया जाएगा।
- रजत कुमार विजय वर्गीय, खानपुर उपखंड अधिकारी

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