अमेरिकी टैरिफ का जोधपुर के हैंडीक्राफ्ट बाजार पर गहरा आघात, 50 फीसदी टैरिफ से उदयपुर के उद्योग में भी निराशा
निर्यात में गिरावट की आशंका
अमेरिका का यह कदम न केवल व्यापारियों और कारीगरों के लिए चिंता का विषय है बल्कि रोजगार और स्थानीय अर्थव्यवस्था पर भी गंभीर असर डाल सकता है।
जोधपुर। अमेरिका द्वारा भारत के हैंडीक्राफ्ट उत्पादों पर 50 प्रतिशत आयात शुल्क टैरिफ बुधवार से लागू करने की घोषणा ने जोधपुर के हैंडीक्राफ्ट उद्योग को गहरा आघात दिया है। अमेरिका का यह कदम न केवल व्यापारियों और कारीगरों के लिए चिंता का विषय है बल्कि रोजगार और स्थानीय अर्थव्यवस्था पर भी गंभीर असर डाल सकता है।
निर्यात में गिरावट की आशंका
अनुमान है कि यहां से कुल निर्यात का लगभग 40 प्रतिशत हिस्सा अमेरिका जाता है। अकेले अमेरिका में ही जोधपुर से सालाना 3 हजार करोड़ का निर्यात होता हैं। अब 50 प्रतिशत टैरिफ बढ़ने के बाद अमेरिकी बाजार में भारतीय उत्पाद महंगे हो जाएंगे, जिससे मांग में गिरावट आना तय है। ऐसे में वियतनाम, इंडोनेशिया या चीन जैसे देश इसका लाभ उठा सकते हैं।
सरकार से अपेक्षाएं
निर्यातकों ने केंद्र सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। वे चाहते हैं कि सरकार अमेरिका से कूटनीतिक स्तर पर बातचीत कर इस टैरिफ को कम करवाने का प्रयास करे। अमेरिका का यह निर्णय जोधपुर के हैंडीक्राफ्ट बाजार पर गहरा असर डालेगा। यदि समय रहते सरकार और उद्योग जगत ने ठोस कदम नहीं उठाए तो यह पारंपरिक कला और कारीगरी पर संकट बन सकता है।
50 फीसदी टैरिफ से उदयपुर के उद्योग में निराशा
उदयपुर के क्वार्ट्ज और मार्बल व्यापारी भी सदमे में हैं। उद्यमियों ने कहा कि अगर 50 प्रतिशत टैरिफ लगता है तो सरकार उद्यमियों को रियायत दे। निर्यातकों को कर में छूट, ब्याज दरों में राहत, सब्सिडी और निर्यात प्रोत्साहन जैसी योजनाओं से समर्थन दे। अन्य देशों में निर्यात की संभावनाओं का बाजार खोले अन्यथा मार्बल मंडी से अमेरिका को आयात बिल्कुल बंद हो जाएगा। अमरीका को क्वार्ट्ज सप्लाई में अकेले उदयपुर की प्रदेश स्तर पर 40 से 45 फीसदी हिस्सेदारी है।
800 मार्बल व्यापारियों में निराशा
मार्बल एसोसिएशन के अधीन उदयपुर में 800 मार्बल व्यापारी हैं। उदयपुर से मार्बल के औसतन 50 कंटेनर प्रति माह जाते हैं। एक कंटेनर 28 टन का होता है। नया टैरिफ लागू होने से उदयपुर के हजारों मार्बल व्यवसायी प्रभावित होगे। उदयपुर में क्वार्ट्ज की 10 से 15 इंडस्ट्री हैं, जहां से प्रतिमाह करीब 500 कंटेनर अमरीका पहुंचते हैं। इसमें क्वार्ट्ज के ब्लॉक व कच्चा माल शामिल होता है। जिन्हें प्रोसेसिंग कर माल को विदेश भेजा जाता है।

Comment List