लूणी नदी की रपट पर बोलेरो हादसा : नहीं जले घरों में चूल्हे, पांच की हुई मौत, एक ही आंगन से उठी चार अर्थियां
हादसे से पूरा गांव गमगीन हो गया
नरसिंहपुरा में पिछले तीन दिन से शोक छाए रहने के साथ ढाणियों में पसरा सन्नाटा, हर कोई इस हृदय विदारक घटना पर ईश्वर के कोसता नजर आया।
सेतरावा। चुतरपुरा के नरसिंहपुरा में पिछले तीन दिन से शोक छाए रहने के साथ ढाणियों में पसरा सन्नाटा, हर कोई इस हृदय विदारक घटना पर ईश्वर के कोसता नजर आया। बालोतरा में लूणी नदी रपट पर गांव चुतरपुरा से जसोल दर्शन के लिए जा रहे बोलेरो गाड़ी में सवार नदी में बहने के मामले में 5 जनों के मौत हो गई, वहीं दो को बचा लिया, जिसमें से एक मासूम लापता है। पोस्टमार्टम कार्यवाही के बाद पांच जनों के शव गांव पहुंचे तो हर शख्स गमगीन हो गया। इस हादसे में पेपाराम सोउ अपनी मां, दो बेटियां, और पत्नी को खो चुके हैं। वहीं, इनके साथ गए भोपाजी रानीदानसिंह की भी मौत हो गई, जबकि पेपाराम का मासूम लड़का अभी भी लापता है।
पेपाराम के घर के आंगन से उसकी मां कबू देवी (70), पत्नी मीरा(32) बेटी उर्मिला (7), पूजा(3) के एक साथ शव निकलेो। श्मशान में परिजन चिता को आग देने की हिम्मत भी नहीं जुटा पा रहे थे। वहीं पेपाराम के साथ गए रानीदान सिंह(70) जो भोपोजी है वो फेरी देने के लिए साथ गए थे लेकिन इस हादसे में उनकी भी मौत हो गई। जिनका इन्ही ढाणियों में गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया। पेपाराम अपने बेटा होने की मन्नत पर परिवार के साथ ड्राइवर देवाराम भोपाजी रानीदानसिंह के साथ जसोल फेरी देने के लिए जा रहे थे। इस दौरान बालोतरा जसोल मार्ग पर लूनी नदी की रपट पर बोलेरो अनियंत्रित होकर नदी में बह गई जिससे देवाराम व पेपाराम खुद तो बच गए मगर परिवार ओर भोपोजी चल बसे। हादसे से पूरा गांव गमगीन हो गया। गांव ढाणी में चूल्हे तक नहीं जले, परिजनों के करुण क्रंदन व चीख पुकार से हर किसी का दिल दहल गया।

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