शैक्षणिक सत्र शुरू, लेकिन सार्वजनिक नहीं कर रहे कर्मचारियों की जानकारी
अभिभावकों को नामांकन कराते समय होती है परेशानी, विभाग की ओर से जारी है निर्देश
जानकारी नहीं होने से अभिभावकों के बीच असमंजस की स्थिति पैदा हो रही है।
कोटा। प्रदेश के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों में शैक्षणिक सत्र की कक्षाएं प्रारंभ हो गई हैं। इसके साथ ही विद्यालयों में प्रवेशोत्सव भी चल रहा है। जिसमें अभिभावकों को विद्यालय के बारे में समस्त जानकारी होना आवश्यक है। इसके लिए शिक्षा विभाग की ओर से सभी विद्यालयों में शिक्षकों और कर्मचारियों की जानकारी प्रदर्शित करने के लिए निर्देश भी जारी किए गए हैं। लेकिन कोटा के कई विद्यालय ऐसे हैं जिनमें शिक्षकों और कर्मचारियों के बारे में जानकारी सार्वजनिक स्थान पर प्रदर्शित नहीं है। जिससे अभिभावकों के बीच भी असमंजस की स्थिति पैदा हो रही है।
क्या था नियम
दरअसल शिक्षा विभाग की ओर से सभी विद्यालयों के लिए निर्देश दिए गए हैं कि वो विद्यालय में कार्यरत सभी कर्मचारियों और शिक्षकों के बारे में जानकारी सार्वजनिक स्थान पर चस्पा करेंगे। साथ ही समय समय पर उसी जानकारी को शाला दर्पण पोर्टल पर भी अपडेट करना होगा। जिससे अभिभावक विद्यालय के बारे में जागरुक रहें और विद्यालय प्रशासन के साथ सामंजस्य बिठा सकें। ऐसा होने पर अभिभावकों को यह जानकारी रहती है कि कौनसा शिक्षक किस विषय को पढ़ाता है और किस कर्मचारी के पास कैसा कार्य है।
और विद्यालयों में ये है स्थिति
शिक्षा विभाग के निर्देश के विपरित कोटा में कई विद्यालय ऐसे हैं जहां शिक्षकों और कर्मचारियों के बारे में जानकारी सार्वजनिक रुप से उपलब्ध नहीं है। जिसके चलते अभिभावकों को विद्यालय में किसी तरह के कार्य के सपांदन में भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं जानकारी सार्वजनिक होने से अभिभावकों को इस बारे में जानकारी होती है कि जिस शिक्षक या कर्मचारी के बारे में जानकारी उपलब्ध है वो यहां कार्यरत है। कोटा शहर में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय श्रीरामनगर, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय महावीर नगर, राजकीय बालिक उच्च माध्यमिक विद्यालय छावनी, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय प्रेमनगर द्वितीय सहित कई विद्यालय ऐसे हैं। जहां शिक्षकों और कर्मचारियों की जानकारी स्पष्ट रुप से उपलब्ध नहीं है।
अभिभावकों का कहना है
विद्यालय में गए तो शिक्षकों और कर्मचारियों के बारे में पूरी जानकारी नहीं थी। विद्यालय में शिक्षकों और कर्मचारियों के बारे में जानकारी उपलब्ध होनी चाहिए। जो शिक्षक और अभिभावक के बीच सामंजस्य बनाने में जरूरी है।
- दिनेश कुशवाह, छावनी
विद्यालय में जाते समय कर्मचारी के बारे में जानकारी नहीं होती है, विद्यालय परिसर में केवल स्कूल समिति के बारे में जानकारी है बाकि विद्यालय में कौन कौन शिक्षक कर्मचारी हैं इसकी कहीं जानकारी नहीं है।
- अनिता गुर्जर, प्रेमनगर द्वितीय
इनका कहना है
विद्यालयों में शिक्षकों और कर्मचारियों की जानकारी सार्वजनिक स्थान पर प्रदर्शित करने के लिए निर्देशित किया हुआ है। जिन विद्यालयों में ऐसा नहीं है उन्हें निर्देशित करेंगे।
- के के शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी
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