योजनाओं पर अरबों रुपए खर्च, फिर भी नहीं बुझ रही प्यास
नगर में मची पानी की त्राहि-त्राहि : भीषण गर्मी में 72 से 80 घंटे में मिल रहा पानी
रामगंजमंडी में नियमित रूप से नहीं हो रही पेयजल सप्लाई।
रामगंजमंडी। रामगंजमंडी उपखण्ड क्षेत्र में रावतभाटा-रामगंजमंडी, रावतभाटा पचपहाड़ व हर घर पेयजल जल जीवन मिशन जैसी तीन बड़ी योजनाएं संचालित हैं। जिन पर केंद्र व राज्य सरकार अरबों की राशि खर्च कर चुकी है। लेकिन विडम्बना है कि आज भी भीषण गर्मी में लोगों को पेयजल के लिए तरसना पड़ रहा है। रामगंजमंडी नगर में 72 से 80 घण्टों में पानी की सप्लाई की जा रही है। जानकारी के अनुसार रामगंजमंडी नगर के लिए बनी रावतभाटा-रामगंजमंडी पेयजल योजना हमेशा भीषण गर्मी में असफल रहती आई है। हाल ही में अम्बाकुआं क्षेत्र में आई तकनीकी खराबी से नगर में एक सप्ताह से पेयजल सप्लाई प्रभावित हो रही है। रामगंजमंडी नगर के लोगों को 72 से 80 घण्टों में पानी की सप्लाई हो रही है। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अम्बाकुआं के जल स्त्रोत में पावर सप्लाई नहीं मिलने से पानी की सप्लाई गड़बड़ा जाती है। लेकिन यह समस्या हमेशा गर्मी के दिनों में ही होती रही है। क्षेत्र की तीन बड़ी पेयजल योजनाओं पर रामगंजमंडी क्षेत्र में पानी सप्लाई के लिए अब तक 2 अरब से भी अधिक राशि खर्च हो चुकी है। फिर भी नियमित रूप से पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है। अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को पावर सप्लाई के लिए पूर्व से ही तैयारी करनी थी। ये पावर सप्लाई पुरानी लाइनों से हो रही है तो गर्मी से पूर्व ही योजना बनाते समय पावर सप्लाई का भी ध्यान रखना था। प्रतिवर्ष गर्मी के मौसम में अरबों की राशि खर्च होने के बाद भी पूरी रामगंजमंडी तहसील में पानी के लिए त्राहि-त्राहि मची रहती है। गर्मी के मौसम में पानी की आपूर्ति नहीं होने से टैंकरों से पानी की सप्लाई की जा रही है।
पाइप लाइन बिछने के बावजूद सप्लाई नहीं हुई शुरू
रामगंजमंडी क्षेत्र में रामगंजमंडी-रावतभाटा, रामगंजमंडी-पचपहाड़ व जल जीवन मिशन योजना जैसी तीन योजनाओं पर अरबों की राशि खर्च हो चुकी है। लेकिन इसके बावजूद लोग भीषण गर्मी में पेयजल के लिए तरस रहे हैं। तहसील क्षेत्र के गांवों में जल जीवन मिशन योजना के तहत 1 अरब 45 करोड़ की राशि से सब जगह लाइनें बिछा दी गई हैं। लेकिन गांवों में भी पानी की सप्लाई नहीं हो रही है। यहां भी टैंकर से ही पानी की सप्लाई की जा रही है। जबकि जल जीवन मिशन योजना की समयावधि पूर्ण हो चुकी है। फिर भी कार्य पूर्ण नहीं हुआ है।
गर्मी के दिनों में हमेशा होती है परेशानी
गर्मी के दिनों में नगरवासियों को हमेशा ही पेयजल के लिए परेशान होना पड़ता है। 30 वर्ष पूर्व शिक्षा मंत्री रहे हरिकुमार औदिच्य ने रावतभाटा-रामगंजमंडी पेयजल योजना स्वीकृत करवा कर बजट उपलब्ध करवा दिया था। बाद में खाद्य आपूर्ति मंत्री रामकिशन वर्मा के कार्यकाल में रामगंजमंडी के लोगों को रावतभाटा से चंबल नदी का पानी पहली बार पीने को मिला था। तब लोगों को उम्मीद थी कि अब हमेशा पेयजल मिलेगा। तब से रावतभाटा से चंबल नदी का पानी मिलता भी आया है। किन्तु तकनीकी खराबी के चलते एक सप्ताह से पानी सप्लाई व्यवस्था चरमराई हुई है।
इनका कहना
रामगंजमंडी परियोजना के जल स्त्रोत अम्बाकुआं इन्टेकवेल पम्प हाउस पर पिछले दिनों से लगातार पावर सप्लाई व्यवधान से पम्प लगातार नहीं चल पाए। जिससे क्षेत्र के ग्रामीण व शहरी एरिया में जल उत्पादन पर्याप्त नहीं होने से जलापूर्ति प्रभावित हो रही है। शनिवार को भी पावर ट्रिपिंग व रात 9 बजे से प्रात: 3 बजे तक पावर फाल्ट रहा। जिससे रविवार को कई क्षेत्रों में पानी की सप्लाई नहीं हुई। बार-बार पावर ट्रिपिंग से पाइप लाइन के डैमेज व लीकेज होने की भी लगातर संभावना बनी रहती है।
कल तेज हवा के कारण दो जगह इंसुलेटर पंक्चर हो गए थे। जिन्हें रात दो बजे तक दुरुस्त कर विद्युत सप्लाई चालू कर दी गई थी।
- देवेंद्र नागर, एईएन, विद्युत विभाग, रावतभाटा
सर्दी व बरसात के मौसम में पानी की समस्या नहीं रहती। 48 घण्टे में पानी मिल जाता है। लेकिन गर्मी के दिनों में हमेशा यहां तकनीकी फाल्ट की समस्या बता कर पानी की सप्लाई नहीं की जाती। नगर के यादव मोहल्ले में 3 से 4 दिनों में सप्लाई दी जा रही है। पानी सप्लाई 24 घण्टे में तो मिलना चाहिए। यह गम्भीर समस्या है।
- कमल टेलर, यादव मोहल्ला, रामगंजमंडी
इस संदर्भ में विद्युत विभाग को फिर पत्र लिखकर व अधिकारियों से बात करके योजना पर निर्बाध पावर सप्लाई की मांग की गई है।
- बलभद्र शर्मा, सहायक अभियंता, पीएचईडी
विभागीय डेडिकेटेड फीडर पर विद्युत आपूर्ति निर्बाध रूप से दिलवाने के लिए उच्चाधिकारियों को लिखा है।
- सोमेश मेहरा, अधिशासी अभियंता, पीएचईडी
हैंडपम्प से भरते हैं पानी
रामगंजमंडी नगर की कई कॉलोनियां ऐसी हैं, जहां सर्दी व बरसात के मौसम में 48 घण्टे में पानी की सप्लाई होती है। लेकिन गर्मी शुरू होते ही 76 से 80 घण्टे के बाद पेयजल सप्लाई हो रही है। नगरवासी इस दौरान हैंडपम्प से पानी भरते हैं।
Comment List