सात बीघा चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाकर लगाया बगीचा, फलदार पौधो से ग्राम पंचायत बढ़ेगी आय
छायादार व फलदार पौधों का लगाया बगीचा
सरपंच ने बताया कि ग्राम पंचायत के विकास के लिए सभी का सहयोग आवश्यक होता है।
कोटा। गांव के विकास की चाह हो तो हर असंभव कार्य भी संभव हो जाता है। ऐसा कार्य रंगपुर की महिला सरपंच ने कर दिखाया। पहले गांव की चारागाह भूमि से ग्रामीणों के सहयोग से अतिक्रमण हटाया फिर चारागाह भूमि को जन उपयोगी बनाने के लिए प्रयास किए और एम साल की मेहनत रंग लाई आज चारागाह भूमि पर फलदार पौधो का बगीचा फल फूल रहा है। आज गांव की तस्वीर बदल गई है।
नरेगा कार्य से विकसित किया बगीचा
ग्राम पंचायत रंगपुर में ग्रामीणों ने सरपंच के प्रयासों को साथ दिया तो अतिक्रमण का शिकार बने चारागाह क्षेत्र का परिदृश्य ही बदल गया। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारन्टी योजना में वर्ष 2024-2025 में 14 जुलाई 2024 को 3.03 लाख की वित्तीय स्वीकृति जारी की गयी। उसके बाद चारागाह भूमि को समतल किया गया। उसके बाद उसमें पौधे लगाने का कार्य शुरू किया। लेकिन पौधो को मवेशियों से बचाने के लिए भूमि के चहुंओर तारबंधी कर उसको सुरक्षित किया उसके बाद पौधों को जीवत रखने के लिए वहां पानी की व्यवस्था की गई।
छायादार पौधो के साथ लगाए फलदार पौधे
सरपंच गायत्री मालव ने बताया कि यह क्षेत्र अतिक्रमण का शिकार था। यह क्षेत्र 30 बीघा का है। वर्तमान में प्रशासन के सहयोग से 7 बीघा के क्षेत्र को अतिक्रमण से मुक्त करवाया गया है। इसके बाद पौधारोपण की स्वीकृति करवाई गई। वर्तमान में चारागाह में फलदार, छायादार एवं फूलदार पौधे लगाए गए जिसमें जामुन, अमरूद, आंवला, शहतूत व नीम शामिल है। यह पौधे उचित देखभाल व ग्राम पंचायत की और से बोरिंग की व्यवस्था के चलते 3 से 5 फीट की ऊंचाई ले चुके हैं। अब यहां नरेगा योजना पानी पिलाने का कार्य एवं देखभाल की जा रही है। पूर्व में यह क्षेत्र अतिक्रमण का शिकार था, तो कहीं पर झाड़-झंकार थे, जिसे मिशन मोड़ पर कार्य करते हुए एक सुंदर स्थान बनाने का प्रयास किया गया है। बगीचा विकसित हुआ तो लोगों भी इस कार्य में सहयोग करने लगे।
फलदार पौधो से ग्राम पंचायत बढ़ेगी आय
सरपंच गायत्री मालव ने बताया कि ग्राम पंचायत के विकास के लिए सभी का सहयोग आवश्यक होता है। लोगों ने सहयोग किया तो यह कार्य संभव हो सका है। प्रशासन बाकी बची चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त करा देगी तो यहां विशाल बगीचा तैयार होगा जिससे आने वाले समय ग्राम पंचायत को आय भी होगी। आंवला, अमरुद, व फूल वाले पौधो से आय होगी।
इनका कहना है
ग्राम पंचायत रंगपुर में चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाकर पिछले साल नरेगा के तहत बजट स्वीकृत कर इस को मिशन मोड लेकर इसका विकास कराया गया। वर्तमान में यहां फलदार, छायादार पौधे चार से पांच फीट के हो गए है।
- राजपालसिंह, जिला परिषद सीईओ कोटा
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