बिल बनाने की एवज में मांग रहे थे रिश्वत : रेंजर और सहायक वनपाल घूस लेते गिरफ्तार, 78 हजार रुपए की नगदी और 1.20 लाख का चेक बरामद
वन क्षेत्र में ट्रेन्च का कार्य करवाए जा रहे हैं
5.png)
वर्तमान में जितना काम हो चुका है, उसका वन विभाग से भौतिक सत्यापन करवाने के बाद अलग-अलग राशि के बिल पेश किए थे। बिलों का भौतिक सत्यापन होने के बाद भी रेंजर व सहायक वनपाल द्वारा बिल बनाने की एवज में रिश्वत मांग कर परेशान किया जा रहा था।
कोटा। कोटा एसीबी की स्पेशल यूनिट ने सोमवार को चित्तौड़गढ़ में कार्रवाई कर राजेन्द्र चौधरी रेंजर, रेंज बोराव एवं राजेन्द्र कुमार मीणा सहायक वनपाल नाका लोटयाना (उंडाखाल) रेंज बोराव जिला चितौड़गढ़ को परिवादी से 78 हजार रुपए नगद व 1 लाख बीस हजार का सेल्फ चैक कुल 1 लाख 98 हजार रुपए रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों दबोच लिया है। ब्यूरो के महानिदेशक रवि प्रकाश मेहरडा ने बताया कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की कोटा स्पेशल यूनिट को परिवादी ने एक लिखित शिकायत दी थी कि परिवादी की ओर से स्वयं के साथी की फर्म को निविदा से अलग वन क्षेत्र में ट्रेन्च का कार्य करवाए जा रहे हैं।
वर्तमान में जितना काम हो चुका है, उसका वन विभाग से भौतिक सत्यापन करवाने के बाद अलग-अलग राशि के बिल पेश किए थे। बिलों का भौतिक सत्यापन होने के बाद भी रेंजर व सहायक वनपाल द्वारा बिल बनाने की एवज में रिश्वत मांग कर परेशान किया जा रहा था। रेंजर राजेन्द्र चौधरी की ओर से स्वयं के लिए 20 प्रतिशत व सहायक वनपाल के लिए 2 प्रतिशत रिश्वत राशि मांग की जा रही थी। सोमवार को ट्रेप की कार्रवाई के दौरान आरोपी रेंजर राजेन्द्र चौधरी व सहायक वनपाल राजेन्द्र मीणा को परिवादी से 78 हजार रुपए नगद व एक लाख बीस हजार का सेल्फ चैक कुल 1 लाख 98 हजार रुपए रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों दोनों को गिरफ्तार किया गया है।
Related Posts
Post Comment
Latest News

Comment List